गुवाहाटी, 07 अक्टूबर (हि.स.)। सैल्यूट तिरंगा अपनी कार्यशैली के लिए पूरे भारत में एक अनूठी पहचान स्थापित करने में सफल रहा है। यह सब भारत के 22 राज्यों और 18 देशों में मेहनतकश सदस्यों की निष्ठा, परिश्रम और देशभक्ति के कारण संभव हुआ है। इस संगठन का कार्य अभी भी देश के कई राज्यों में विस्तारित हो रहा है।
यह असम, दिल्ली, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, दमन एवं दीप, उत्तर प्रदेश, झारखंड, राजस्थान आदि में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, जो एक सक्रिय संगठन का संकेत है। सैल्यूट त्रिरंगा हमेशा 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर ”तिरंगा दिवस” मनाता है और उस दिन देश के महत्वपूर्ण शहरों में मेगा मैराथन का आयोजन किया जाता है। सैल्यूट तिरंगा पूरे देश में, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, कारगिल दिवस, पुलवामा दिवस और तिरंगा दिवस मनाता है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, संगठन जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को राष्ट्रवाद और देशभक्ति का संदेश भेजता है।
सैल्यूट तिरंगा संगठन के मुख्य उद्देश्य हैं देश के लोगों में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना पैदा करना, शहीद सैनिकों के घर, परिवार और शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना, गरीब विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करना, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान में योगदान देना, स्वच्छ भारत के निर्माण में योगदान देना, रक्तदान करके जीवन बचाना, खुद को आम लोगों की सेवा में समर्पित करना, पर्यावरण संरक्षण हेतु विभिन्न कार्यक्रम एवं वृक्षारोपण, भारत के सभी राज्यों में गरीबों और आम लोगों के लाभ के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं तक पहुंच को सुविधाजनक बनाना, किसानों और कृषक समुदायों के हितों और लाभों की दिशा में काम करना, समाज में भ्रष्टाचार और खतरों के खिलाफ बोलना आदि।
देश के प्रमुख राष्ट्रवादी संगठन, सैल्यूट त्रिरंगा ने 2021 में असम में अपना संगठन शुरू किया। “सैल्यूट तिरंगा” की राज्य समिति का गठन 2022 में किया गया था। उसी वर्ष, 10 जिलों और छह अलग-अलग प्रकोष्ठों में 150 सदस्यीय पूर्ण समितियां बनाई गईं। असम के 22 जिलों में संगठन की गतिविधियों को चलाने के लिए सदस्य राज्य समिति का गठन पहले ही किया जा चुका है। “सैल्यूट त्रिरंगा” ने एक बाइक रैली आयोजित की है। जिसका उद्देश्य देश में जनसंख्या असंतुलन के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा करना है। सैल्यूट तिरंगा राज्य स्तर पर स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर पुरस्कार समारोह आयोजित करता रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर लोगों में राष्ट्रवादी भावना और देशभक्ति की भावना जगाने के लिए राज्य भर में 10 हजार झंडे बांटे गए हैं। स्थापना दिवस पर मरीजों के बीच फल और सब्जियां बांटी गई हैं। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की याद दिलाने के लिए रक्षा बंधन पर गुवाहाटी में 500 राखियां वितरित की गई हैं। सैल्यूट तिरंगा के लक्ष्यों और उद्देश्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 200 नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों को “सैल्यूट तिरंगा” की पुस्तिकाएँ और मोमेंट्स इसी बीच वितरित किए जा चुके हैं। सैनिक कल्याण कार्यालय में एक शहीद स्मारक पट्टिका लगाई गई। समाज में योग्य खिलाड़ियों को सामने लाने के लिए वॉलीबॉल, फुटबॉल और क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया है।
“सैल्यूट त्रिरंगा” खाद्य सामग्री वितरित कर रहा है।
सैल्यूट तिरंगा ने हमेशा लोगों में देशभक्ति और देशप्रेम की भावना जगाने का काम किया है। सैल्यूट तिरंगे ने हमेशा देश के वीर सपूतों के सम्मान के लिए काम किया है। भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिये गए नारा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए “सैल्यूट तिरंगा” असम में विभिन्न कार्यक्रम शुरू कर रहा है, जिसका उद्देश्य लंबे समय से चले आ रहे सामाजिक दृष्टिकोण को मौलिक रूप से बदलना है। मोदी ने देश के लोगों को तेजी से सार्वभौमिक स्वच्छता के अंतर्गत लाने और लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता की आवश्यकता और देश को स्वच्छ रखने की आवश्यकता के बारे में जागरूक करने के लिए 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था। भारत सरकार के इस आह्वान को सफल बनाने के लिए सैल्यूट तिरंगा ने असम में विभिन्न कार्यक्रम भी शुरू किए हैं।
आज की बैठक में इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश झा एवं सचिव सच्चिदानंद पोखरियाल उपस्थित रहे। बैठक में असम के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों और प्रत्येक आमंत्रित राष्ट्रवादी व्यक्ति और शुभचिंतकों ने भाग लिया।