काबुल. अफगानिस्तान के पश्चिमी भाग में रविवार 15 अक्टूबर को फिर से एक शक्तिशाली भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 तीव्रता मापी गई है. यहां ठीक एक सप्ताह पहले भी बड़ा भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की जान गई. इतना ही नहीं क्षेत्र में पूरे गांव तक तबाह हो गए. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा है कि इस नवीनतम भूकंप का केंद्र प्रांतीय राजधानी हेरात से करीब 34 किलोमीटर दूर और जमीन से आठ किलोमीटर (पांच मील) नीचे था.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार को आए भूकंप से अभी तक कोई जनहानि या हताहत होने की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली है. बताया गया है कि एक सप्ताह पहले 7 अक्टूबर को आए भूकंप ने हेरात में कई गांवों को तबाह कर दिया था. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये देश में हाल के इतिहास में आए सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक था. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि एक सप्ताह पहले मारे गए लोगों में से 90त्न से ज्यादा महिलाएं और बच्चे थे.
सप्ताह भर पहले 2000 लोगों की मौत
अफगानिस्तान में तालिबान अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि पहले आए भूकंपों के कारण पूरे प्रांत में 2,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. उधर संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार भूकंप का केंद्र जेंडा जान जिले में था, जहां 1,294 लोग मारे गए जबकि 1,688 घायल हुए और लगभग हर घर नष्ट हो गया.
पूरे गांव हो गए खत्म
रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआती भूकंप भी 6.3 तीव्रता का था. इसके कारण सैकड़ों मिट्टी-ईंट के घर नष्ट हो गए जो इतनी ताकत का सामना नहीं कर सकते थे. स्कूल, स्वास्थ्य क्लीनिक और अन्य ग्रामीण सुविधाएं भी ध्वस्त हो गईं. बताया गया है कि अब धूल भरी पहाडिय़ों पर काफी कम गांव ही बचे हैं. जीवित बचे लोग अपने परिवार के कई सदस्यों की मृत्यु से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.