गुवाहाटी, 28 फरवरी (हि.स.)। पशु कल्याण संगठन गौ ज्ञान फाउंडेशन की सूचना पर मेघालय पुलिस ने असम-मेघालय के सीमावर्ती नौ माइल में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित पशु बाजार में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अभियान के दौरान 351 गो पशुधन और 10 ट्रकों को शनिवार देर रात को जब्त किया गया।
गौ ज्ञान फाउंडेशन की कविता जैन के लिखित आवेदन पर मेघालय के खानापारा स्थित मेघालय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बांग्लादेश को जाने वाले 351 गौ वंश को जब्त कर स्थानीय सरकारी पशु चिकित्सा विभाग को सौंप दिया।
इस संबंध में रविवार को पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता एवं पशु कल्याण कार्यकर्ता शशांकधर शेखर ने बताया नौ माइल स्थित पशु बाजार अवैध ढंग से संचालित हो रहा है। बाजार के अंदर पशुओं के काटे जाने के भी प्रमाण मिले हैं। पशु बाजार से आने वाले नाले से निकलते हुए खून को साफ-साफ तौर पर देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि नौ माइल पशु बाजार में असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, छत्तीसगढ़ समेत तमाम राज्यों से पशुओं को लाकर मेघालय की राजधानी शिलांग के रास्ते बंगलादेश में तस्करी के जरिए भेजा जाता है। पूरी गतिविधियां राष्ट्र के खिलाफ हैं। पशुधन राष्ट्र की संपदा हैं। जिन्हें अवैध ढंग से बंगलादेश पहुंचाकर काला धन कमाने में पशु माफिया का गिरोह पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हैं।
उन्होंने बताया है कि गुवाहाटी की जोराबाट पुलिस चौकी को एक दिन पहले गौ ज्ञान फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं द्वारा दी गयी सूचना के आधार पर नौ माइल पशु बाजार से मेघालय होते हुए बांग्लादेश जा रहे एक ट्रक को पकड़ा गया था। ट्रक से 26 पशुओं को बरामद किया गया था।
जोराबाट से लौट रहे फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने नौ माइल पशु बाजार की स्थिति देखी तो उनकी आंखें अंदर के दृश्य को देखकर स्तब्ध हो गईं। मौके पर लगभग पांच सौ से अधिक पशु वहां पर क्रूरता पूर्वक बंधे हुए मिले। साथ ही पशुओं को ले जाने के लिए मौके पर 10 ट्रक खड़े पाये गये। ट्रकों के पास कोई भी अनुज्ञप्ति नहीं था। दो ट्रकों पर पशुओं को क्रूरता पूर्वक लादा गया था जिसमें कई पशु जख्मी अवस्था में उतारे गए।
गौ ज्ञान फाउंडेशन के कार्यकर्ता कविता जैन एवं शशांक शेखर ने मामले से मेघालय के डीजीपी चंद्रनाथन को अवगत कराया। डीजीपी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए तत्काल एसपी को बाजार का निरीक्षण करने के लिए भेजा। जहां एसपी ने कार्रवाई करते हुए सारे पशुओं को जब्त कर स्थानीय पशु चिकित्सा विभाग को सौंप दिया है। रिपोर्ट लिखे जाने तक सभी पशु बाजार में ही खड़े थे। जिनकी देखरेख की जिम्मेवारी पशुपालन विभाग के पास है।
विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा विभाग के केंद्रीय मंत्री उमेश चंद्र पोरवाल ने गौ ज्ञान फाउंडेशन एवं राष्ट्रीय गोरक्षा आंदोलन समिति के इन कार्यों की सराहना करते और प्रशंसा की है। स्थानीय हिंदू जागरण मंच के मनोज डेका ने भी कहा कि पशुओं की तस्करी में सक्रिय माफियाओं पर शिकंजा कसने की जरूरत है।
हिन्दुस्थान समाचार/ असरार/