७ नवंबर, २०२३ को, प्रणबानंद इंटरनेशनल स्कूल सिलचर ने कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक शक्तिशाली कार्यक्रम के साथ राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया। २०१४ में पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन जी द्वारा स्थापित यह वार्षिक वैश्विक स्वास्थ्य के पहल व स्वास्थ्य और कल्याण के महत्व की याद दिलाती है।
प्रणबानंद इंटरनेशनल स्कूल सिलचर के सम्मानित प्रिंयसिपल डॉ. ‘पार्थ प्रदीप अधिकारी’ ने इस दिन के महत्व पर एक आकर्षक अभिभाषण दिया। उन्होंने कृत्रिम और संरक्षित खाद्य पदार्थों की खपत को हतोत्साहित करते हुए पारंपरिक बर्तनों के उपयोग पर लौटने और घर का बना खाना अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. अधिकारी ने चीनी खाद्य पदार्थों में एक आम योजक मोनो सोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी)के खतरों पर भी प्रकाश डाला और दर्शकों से ऐसे स्वाद बढ़ाने वाले पदार्थों से बचने का आग्रह किया।
अपने संबोधन में, स्कूल के उप प्राचार्य, नीलोत्पल भट्टाचार्जी ने कई व्यक्तियों द्वारा सामना किए जाने वाले दैनिक तनाव को कम करने के प्रभावी साधन के रूप में योग और ध्यान के अभ्यास पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने दीर्घकालिक तनाव, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और कैंसर के संभावित खतरों के बीच संबंध पर प्रकाश डाला। भट्टाचार्जी ने छात्रों को समग्र स्वास्थ्य और कल्याण पर उनके सकारात्मक प्रभाव पर जोर देते हुए, इन प्रथाओं को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम को छात्रों में उत्साहपूर्ण जोश छात्रों में देखने को मिला, जिन्होंने खुद को अपने बचपन के एक पाठ – “स्वास्थ्य ही धन है” पर विचार करते हुए पाया। इस घटना ने इस विचार को पुष्ट किया कि सचेत जीवन शैली विकल्पों के माध्यम से किसी के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना एक खुशहाल और अधिक पूर्ण जीवन का मार्ग है।
प्रणबानंद इंटरनेशनल स्कूल सिलचर ने ७ नवंबर २०२३को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया, जिसने कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व को रेखांकित किया। इन महत्वपूर्ण मामलों पर छात्रों को शिक्षित और प्रेरित करने की स्कूल की प्रतिबद्धता तो इस विचार से पूरी तरह मेल खाती है कि स्वास्थ्य वास्तव में हमारी सबसे बड़ी धरोहर व संपत्ति है।