गुवाहाटी, 11 नवंबर (हि.स.)। दीपावली के साथ मिठाइयों का गहरा संबंध आदिकाल से ही रहा है। देश के अन्य हिस्सों की तरह असम में भी दिवाली के मौके पर मिठाइयों की जमकर खरीददारी की जा रही है। राज्य के सभी छोटे-बड़े शहरों में मिठाई की दुकानों में कई दिन पहले से ही लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही है। खासकर पूर्वोत्तर के मुख्य वाणिज्य केंद्र फैंसी बाजार के मिठाई की दुकानों में मिठाइयां खरीदने के लिए काफी समय तक लोगों को खड़ा रहना पड़ रहा है।
फैंसी बाजार स्थित दसकों पुराने मिठाई दुकान तथा मिठाइयों के आपूर्तिकर्ता प्रतिष्ठान शर्मा स्वीट्स के प्रमुख गौतम शर्मा ने आज बताया कि वैसे तो हर तरह की मिठाइयां दीपावली पर बिकती है, लेकिन मावा से बनी हुई मिठाइयां तथा छेना और बेसन से बनाई गई मिठाइयां लोगों की मुख्य पसंद है।
उन्होंने बताया कि लोगों की पहले प्राथमिकता लड्डू, पेड़ा, बर्फी आदि होती है। इसके लिए दुकानदार कई दिन पहले से ही मिठाइयों की तैयारी करते हैं। उन्होंने बताया कि दीपावली के अवसर पर फैंसी बाजार की प्रायः सभी मिठाई दुकानों में भीड़ देखने को मिलेगी। खासकर पुराने दुकानों में मिठाइयां खरीदने को लोग प्राथमिकता देते हैं।
मिठाई दुकानदारों किए बात करना तो दूर, ग्राहकों को मिठाईयां देने तक की फुर्सत नहीं मिलती है। उन्होंने बताया कि मिठाइयों की बिक्री बीते एक सप्ताह से परवान चढ़ रही है। मिठाइयां बनाते-बनाते कारीगर भी थक जाते हैं।
उन्होंने कहा कि बाजार में तरह-तरह की खाने की वस्तुएं उपलब्ध होने के बावजूद दिवाली पर मिठाइयों का कोई मुकाबला नहीं होता है। वहीं दूसरी दिवाली पर उपहार देने की भी परंपरा है। ऐसे में लोग मिठाइयों के साथ ही सूखे मेवे, चॉकलेट आदि भी उपहार के रूप में देने के लिए लोगों को खरीदते देखा जा रहा है।