जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य भंडार प्रबंधक (पीसीएमएम) के लगातार कर्मचारी विरोधी कार्यप्रणाली व तानाशाही पूर्ण रवैये के खिलाफ वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन आक्रोशित है. लगातार अधिकारी की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए उच्च स्तर पर मांग करने के बावजूद कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आने पर यूनियन ने सोमवार 20 नवम्बर से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन आंदोलन का निर्णय लिया था, लेकिन ऐन वक्त पर महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के हस्तक्षेप के बाद यूनियन महामंत्री मुकेश गालव ने आंदोलन को 22 नवम्बर की शाम तक स्थगित करने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में यूनियन के जबलपुर मंडल सचिव रोमेश मिश्रा ने बताया कि पमरे के पीसीएमएम द्वारा लगातार कर्मचारी विरोधी कार्य किया जा रहा है. छोटी-छोटी बातों पर एसएफ 5 जैसे मेजर पेनाल्टी चार्जशीट जारी किया जा रहा है. वहीं अपने चहेतों स्टाफ को नियम विरुद्ध उपकृत करने का कार्य किया जा रहा है. यूनियन ने इस संबंध में पमरे प्रशासन को पीसीएमएम की अनुचित कार्यप्रणाली पर रोक लगा कर कर्मचारियों की प्रताडऩा को बंद करने की मांग की थी, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला, जिसके बाद यूनियन ने रेल प्रशासन को धरना-आंदोलन 20 नवम्बर से करने का अल्टीमेटम दिया और इसके लिए पमरे महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष टेंट आदि भी लगा दिये गये थे.
जीएम मैडम के संज्ञान में आया मामला, 22 को मीटिंग
काम. रोमेश मिश्रा ने बताया कि यूनियन द्वारा पीसीएमएम के खिलाफ धरना-आंदोलन की जानकारी जब महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय को लगी तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए पमरे के प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी को निर्देश दिया कि यह प्रकरण मेरी जानकारी में आया है, आगामी 22 नवम्बर को यूनियन के महामंत्री काम. मुकेश गालव के साथ मीटिंग में इसका निराकरण किया जायेगा, तब तक आंदोलन स्थगित करवाएं, जिस पर प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी ने यूनियन महामंत्री का. मुकेश गालव को जीएम मैडम के संदेश से अवगत कराते हुए आगामी 22 नवम्बर को मीटिंग की जानकारी दी. जिसके बाद श्री गालव ने धरना-प्रदर्शन को आगामी 22 नवम्बर की शाम तक स्थगित करने का निर्णय लिया है.