श्री नृसिंह विग्रह परिचालना समिति द्वारा श्री नृसिंह मंदिर के द्वितीय वर्ष गांठ पर भिलवाङा राजस्थान के कथा वाचक पंडित देव किसन शास्त्री द्वारा मुख्य यजमान परमेश्वर लाल उर्मिला देवी काबरा के साथ बङी संख्या में भक्तों को नृसिंह कथा संगीत के साथ कथा कहानियों के साथ चुटकिले अंदाज में सुनाई. शिलचर में सौ साल से अधिक पुराने अखाड़ा में पहली बार नृसिंह पुराण की कथा सुनाई. साथ में भजन गीत सुनाने के लिए संगीत के वाद्ययंत्रों की टीम भी आई है जो बहुत ही रोचक संगीत के साथ भजन कीर्तन से भक्तों को रिझाया. बीच में वराह भगवान की नाटिका प्रस्तुत की गई.
रविवार को सुबह गाजेबाजे के साथ सदरघाट बराक नदी से कलश यात्रा निकाली गई जो शहर के मुख्य रास्तों से नृसिंह अखाड़ा पहुंची.कलश स्थापना के बाद महेश्वरी सभा द्वारा जलपान से भक्तों की सेवा की गई . अग्रवाल सेवा समिति द्वारा चाय एवं जलसेवा कथा के समय की गई तथा लगातार तीन दिन की जायेगी.
समिति ने कथा वाचक तथा सहयोगियों को उतरीय देकर सम्मानित किए गए. अंत में आरती की गई तथा प्रसाद वितरित किया गया.