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मंदिर में दो वर्षों से जारी है अखंड रामायण पाठ, हनुमान जी महाराज कर रहे हैं भक्तों की मुराद पूरी..
डिब्रूगढ़, 7 दिसंबर, संदीप अग्रवाल
डिब्रूगढ़ के ज्योतिनगर अंचल स्थित श्री शक्ति मंदिर में झुंझुनू की सेठानी राणी सती दादी का श्री सती प्राकटय दिवस गत 6 दिसंबर को, मंगसिर बदी नवमी के पावन अवसर पर श्रद्धा एवम भक्तिभाव के साथ मनाया गया | दादी दरबार को फूलों तथा चुनडी से सजाया गया था | दादी महिला भक्तों ने मिलकर दादी जी का संगीतमय एवम भजनामृत मंगल पाठ किया | पाठ के दौरान उपस्थित भक्तों को दादी की बधाई एवम खजाना आदि बांटा गया | सभी ने भक्तिभाव के साथ मंगलपाठ किया | आरती पश्चात सभी सुहागन महिलाओं को सुहाग पिटारी एवम सभी को प्रसाद आदि वितरित किया गया | ज्ञात हो कि डिब्रूगढ़ के ज्योतिनगर स्थित ” श्री शक्ति मंदिर ” का निर्माण आज से लगभग 34 वर्ष पूर्व ज्योतिनगर निवासी दादीभक्त स्व. हजारीमल देवडा एवं उनकी धर्मपत्नी स्व. सरस्वती देवी देवडा की प्रेरणा से किया गया था | मंदिर में श्री राणी सती दादी के मुख्य मन्दिर के साथ शक्ति स्वरूपा माता दुर्गा एवम हनुमान जी के मंदिरों के साथ भगवान शिव का शिवलिंग तथा शीतला माता भी विराजमान है |
काफी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भक्त मंदिर में पूजा अर्चना हेतु पहुंचते है | साथ ही हनुमान जी महाराज की मूर्ति के समक्ष गत लगभग 2 वर्षों से निरंतर श्री रामचरितमानस ( अखंड रामायण पाठ) का आयोजन किया जा रहा है, जो प्रभु इच्छा से आगामी वर्ष भी जारी रहेगा | विभिन्न संत महात्माओं, विद्वानों के मतानुसार निरंतर जारी अखंड रामायण पाठ से हनुमान जी की मूर्ति सिद्ध हो चुकी है एवम अपने भक्तों को सकल मनोरथ पूर्ण करने वाली फलदायक हो गयी है, जो भी भक्त सच्चे मन से बालाजी महाराज से अपनी कोई अरदास लगाता है, बाबा उसकी मनोकामना अवश्य पूरी करते है | इसका चमत्कार और फल बहुत लोगों को मिला भी है | मंदिर में बीच बीच में विभिन्न अवसरों पर अनेक धार्मिक कार्यकर्मों का भी आयोजन होता है | देवडा परिवार के सदस्य पुरुषोत्तम देवडा ने अधिक से अधिक भक्तों से मंदिर में पहुंच कर हनुमान जी महाराज को अपने दुःख दर्द, अपनी मनोकामना बताकर अपना मन चाहा फल प्राप्त करने का विशेष आग्रह किया है |





















