गुवाहाटी (असम), । असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आज राजभवन में कॉटन यूनिवर्सिटी के चांसलर पद के लिए नामित व्यक्तियों, जो कार्यकारी परिषद, अकादमिक परिषद और कोर्ट के सदस्यों में जिम्मेदार पदों पर हैं- के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान राज्यपाल ने बेहतर शैक्षणिक परिणाम के लिए विश्वविद्यालय के शासन और कामकाज को मानकीकृत और मजबूत करने के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया। बैठक के दौरान, राज्यपाल ने कहा कि कुलाधिपति के लिए नामांकित व्यक्तियों को उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से अनुकरणीय प्रथाओं को बढ़ावा देना और समर्थन करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नामांकित व्यक्तियों से अकादमिक और पाठ्येतर उपलब्धियों के मामले में विश्वविद्यालयों के भीतर सकारात्मक परिवर्तन के एजेंट के रूप में काम करने की उम्मीद की जाती है।
राज्यपाल ने उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता को आकार देने में चांसलर द्वारा नामित व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के भीतर सकारात्मक माहौल को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पर जोर दिया, जिससे उच्च शिक्षा संस्थानों की बेहतरी के लिए प्रयास हो। राज्यपाल ने कुलाधिपति के मनोनीत व्यक्तियों को सर्वोत्तम प्रथाओं की वकालत करने और निरंतर सुधार के लिए रचनात्मक सुझाव देने की आवश्यकता भी दोहरायी।
बैठक में कॉटन विश्वविद्यालय के प्रशासन के संबंध में कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई। बैठक के दौरान राज्यपाल ने कार्यकारी परिषद और अकादमिक परिषद के नामितों से उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग और चयन समिति के गठन सहित चयन प्रक्रियाओं की सावधानीपूर्वक जांच करने को भी कहा।
बैठक में कुलाधिपति सचिवालय के सलाहकार प्रो. मिहिर के. चौधरी, राज्यपाल के आयुक्त एवं सचिव एसएस मीनाक्षी सुंदरम और राजभवन के अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।