जब भी लोकसभा चुनाव आते हैं सताधारी दल के विरोध में विपक्षी दलों द्वारा लामबंद होते रहे हैं। पहले भाजपा को अक्षूत पार्टी मानकर कांग्रेस के भी विरोध में तिसरा मोर्चा यहाँ तक की चौथा मोर्चा तक बनाया गया। यह कसरत राजनीतिक दलों में होती रहती हैं। आज भाजपा के पास 303 स्वयं के सांसद होने के साथ एनडीए में भी पर्याप्त सांसद है। सर्वाधिक पुराने एवं 58 साल केंद्र में सत्ता में रहने वाली कांग्रेस मोदी सरकार आने के बाद विपक्षी दल बनने के लिए भी सांसद नहीं जीता पाई। दस साल मनमोहन सिंह सरकार रही लेकिन फिर भी भाजपा के राजनीतिक चक्रव्यूह में ऐसे फंसे कि लोकसभा की 543 सीटों में 55 सीट वाली पार्टी नहीं बन सकी यदि बन जाती तो विपक्ष का दर्जा मिल जाता। इस बार कांग्रेस के साथ मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया गया जो अलग अलग विचारों वाली क्षेत्रीय पार्टी शामिल हो कर नरेंद्र मोदी को हटाने तथा भाजपा को सताच्यूत करने के लिए गठबंधन बनाया। लेकिन बिहार में नितीश कुमार बंगाल में ममता बनर्जी तो कांग्रेस के राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाने के लिए अलग अलग आवाजें आती रही इस चक्कर में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ कर राष्ट्रीय जनता दल के साथ सरकार बनाकर भारत भ्रमण पर निकले। उन्हें यदि संयोजक भी बना दिया जाता तो मामला उपरा उपरी इंडिया गठबंधन की नाव बिना पानी के चलती रहती। चौथी बार बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक तीर से इतने वार किए कि नितीश कुमार लालू प्रसाद यादव तो बनी बनाई खिचड़ी बिगङने से आउट हो गये तो वही कांग्रेस को झटका लगा कि ममता बनर्जी ने खङगे के नाम को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखकर निश्चित रूप से राहुल गाँधी को किनारे कर दिया तो झट से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन कर दिया। क्योंकि मलिकार्जुन खङगे दलित है इसलिए कोई चाहकर भी विरोध नहीं कर सकता। ऐसे में तुरंत ही मलिकार्जुन खङगे ने सपष्ट कर दिया कि पहले जीतने तो दिजिए। जीत के बाद ऐसा निर्णय लिया जायेगा। दलित वर्ग से बहूजन समाज पार्टी की नेता मायावती भी चुप्पी तोड़ कर कहा कि राजनीति में हर दल की अहमियत होती। मायावती अभी ना तो भाजपा के एनडीए में है ना ही इंडिया गठबंधन में इसलिए निरपेक्ष रुप से आज़ाद है। दलित महिला होने के साथ साथ मायावती काफी लोकप्रिय नेता एवं उतरप्रदेश की मुख्यमंत्री रही है। ममता बनर्जी ने एक तीर से अनेक दिग्गजों पर वार करके एक ऐसी गुगली फेंकी है जिसके चलते इंडिया गठबंधन को समय से पहले ही बिमार कर दिया।
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- Admin
- December 22, 2023
- 11:18 am
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ममता बनर्जी का राजनीतिक वार घायल हुए सभी दिग्गज — मदन सुमित्रा सिंघल
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