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नई दिल्ली(डॉ.बी.के.मल्लिक)23 दिसंबर: जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र द्वारा आयोजित पुरस्कार समारोह में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि आज देश को जरूरत है जय प्रकाश नारायण द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने की। उन्होंने कहा कि हमारे देश में महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस के बाद जयप्रकाश नारायण ही ऐसे व्यक्ति से जिन्होंने स्वतंत्रा संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। जयप्रकाश नारायण ने जिस प्रकार लोकतंत्र में तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाया यह बात सारे देश को पता है। जयप्रकाश नारायण पंडित जवाहरलाल नेहरु जी के अच्छे मित्र थे। लेकिन जब इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगाया गया तब उन्होंने तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाया। उनके इस आंदोलन से सभी विपक्ष एकत्र हुआ और सभी दलों ने उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का फैसला लिया। जयप्रकाश नारायण को किसी भी पद का कोई इच्छा नहीं थी। आपातकाल के बाद ऐसा कोई आंदोलन नहीं चला। उन्होंने निःस्वार्थ भाव से देश की सेवा की और देश में लोकतंत्र के लिए जागरुक किया।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा की जरुरत है आज के युवाओं से उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल कर भ्रष्टाचार, परिवारवाद और देश के ज्वलंत मुद्दों पर आवाज उठाने की। हमें कहा कि लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने के लिए हर एक व्यक्ति स्वतंत्र है, लेकिन जब आप चुनाव में निःस्वर्थ भाव से जाति और धर्म से ऊपर उठकर सही व्यक्ति का चुनाव करेंगे।
इस पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद थे। होंगे। उनके अलावा सांसद किरीट प्रेम भाई सोलंकी, पूर्व सांसद श्री आर के सिन्हा, लोकनायक जयप्रकाश अध्ययन विकास केंद्र के महासचिव श्री अभय कुमार सिन्हा भी मौजूद थे। जिसमे जैन मुनि लोकेश जैन, पार्श्व गायिका दिलराज कौर, टेलीविजन अभिनेता पंकज बेरी जैसे कई हस्तियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
यह जानकारी संस्था के महासचिव अभय कुमार सिन्हा ने दिया। उन्होंने कहा कि यह किया जायेगा। इस समारोह की अध्यक्षता पूर्व राज्यसभा सदस्य श्री आर. के. सिन्हा विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीयअध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज, डॉ. किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी, सांसद डॉ. राजा मानवेंद्र सिंह पूर्व सांसद जैसे महान लोग होंगे।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि जब मुझे जे पी अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार का आमंत्रण मिला तो मुझे बहुत खुशी हुआ कि जयप्रकाश नारायण के आदर्शो को चलाने के लिए और उनके विचार को अंतर राष्ट्रीय स्तर पर रखने के लिए जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र बहुत ही अच्छा काम करता है।