पटना. नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. नीतीश कुमार थोड़ी सीएम आवास पर जेडीयू विधायक दल के साथ बैठक पूरी करके राजभवन के लिए निकले और राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया. अब वह शाम को बैठककर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं.
राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘आज हमने इस्तीफा दे दिया है. आरजेडी से हम अलग हो गए हैं. आरजेडी के रवैये से परेशानी हो रही थी. मौजूदा सरकार को समाप्त कर दिया है.’
नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायकों की बैठक में कहा कि महागठबंधन में आरजेडी के साथ काम करना मुश्किल हो रहा था. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने कहा कि आरजेडी गठबंधन के साथ बहुत परेशानी थी.नीतीश कुमार के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन में लौट रहे हैं, जिसने पहले ही जद (यू) नेता के लिए समर्थन पत्र एकत्र कर लिया है. सुनने में यह भी आ रहा है कि भाजपा और जदयू ने तीन महीने के भीतर होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के समझौते को भी अंतिम रूप दे दिया है. नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की खबर आने के साथ ही बिहार में सीएम आवास से लेकर राजभवन तक सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई. इस सड़क पर जगह-जगह बैरिकेटिंग की गई है और भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है.
नीतीश कुमार के रुख को लेकर कांग्रेस अब भी असमंजस में दिख रही है. जयराम रमेश ने कहा, ‘जिस इंडिया गठबंधन के लिए 23 जून को नीतीश कुमार जी ने विपक्ष की 18 पार्टी को निमंत्रण दिया था, जिसकी पटना में बैठक हुई, फिर जुलाई में बंगलुरु में बैठक हुई, उसके बाद अगस्त में मुंबई में बैठक हुई और तीनों बैठकों में नीतीश जी का बड़ा योगदान रहा. तो हम मान कर चल रहे थे कि वो बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे. अब अगले दो तीन दिन में क्या होगा उसका मुझे पता नहीं.’
नीतीश कुमार ने 2022 में बीजेपी से नाता तोड़कर और लालू यादव की राजद, कांग्रेस और वाम दलों के साथ ‘महागठबंधन’ में सरकार बनाई. 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में राजद वर्तमान में 79 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन राजद भी बहुमत के आंकड़े- 122 से 43 सीटें पीछे है. 78 विधायकों की संख्या के साथ भाजपा विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.





















