प्रे.सं. शिलचर, १२ फरवरी : विगत कुछ वर्ष पूर्व एनआईटी शिलचर के डेपुटी रजिस्ट्रार रहे संतोष श्रीवास्तव की धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव का विगत १० जनवरी की शाम स्वर्गवास हो गया। स्वभाव से ही हँसमुख, मिलनसार, व्यवहारकुशल सुनीता श्रीवास्तव के परलोकगमन से उनके सभी
परिजन, रिश्तेदार, मित्र, संबंधी व्यथित हैं। अचानक से उनका इस संसार से विदा होना सभी को खल रहा है। उनका जन्म २ दिसंबर १९६६ को गोपालगंज में हुआ था। उनका विवाह श्री संतोष श्रीवास्तव के संग ७ मार्च १९८७ को संपन्न हुआ । पारिवारिक जीवन में रहते हुए सन् १९८९ में बड़े पुत्र प्रतीक का जन्म हुआ, जो अभी पीएचडी कर सरकारी विभाग में सेवारत है। सन् १९९४ में उन्होंने एक पुत्री को जन्म दिया जिसका नाम सुप्रीया है, जो अभी एमबीए करके जॉब कर रही है। दोनों बेटे बेटियों का विवाह अभी ३- ५ वर्ष के मध्य ही संपन्न हुआ। स्व. सुनीता श्रीवास्तव के पति एनआईटी शिलचर से
डेपुटी रजिस्ट्रार से ट्रांफसर होकर सेन्ट्रल युनिवर्सिटी राजस्थान में ज्वाइन्ट रजिस्ट्रार, तत्पश्चात फाइनेंस आफिसर रहे उसके बाद वे लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव का कार्यभार संभाल रहे हैं। जीवन के राह में हठात् | जीवनसाथी के अचानक इस दुनिया से विदा होने की पीड़ाvअत्यधिक कष्टदायी होती है। ईश्वर उन्हें और उनके परिवार को इस पीड़ा को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ऐसे में प्रेरणा भारती परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि शत शत नमन, परमपिता परमेश्वर उन्हें मोक्ष प्रदान करें। ईश्वर उनके पूरे परिवार को इस कठिन की घडी में संयम प्रदान करें। प्रेरणा भारती की संपादक श्रीमती सीमा कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर्गीया सुनीता भाभी से मुझे सदैव बड़ी बहन जैसा स्नेह प्राप्त हुआ। जबसे हमारी मुलाकात हुई थी तभी से वे हमलोगों को अत्यधिक स्नेह करती थी, यहाँ तक कि उनका प्यार दिल्ली जाकर भी कम नहीं हुआ वे हमेशा हमलोगों को वहाँ बुलाती रहती थी। आज वे हमारे बीच नहीं हैं किन्तु उनकी स्मृतियां, स्नेह
और प्यार सदैव हमारे अन्तर्मन में जीवंत रहेगा।
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- Admin
- February 13, 2024
- 9:04 am
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विनम्र श्रद्धांजली लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय | के कुलसचिव संतोष श्रीवास्तव की धर्मपत्नी के आकस्मिक निधन से शोक की लहर
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