राजकोट. भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट में गुरुवार (15 फरवरी) को शुरू हुआ। मैच का पहला दिन भारत के नाम रहा। कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया और दिन का खेल समाप्त होने के समय उनका फैसला सही साबित हुआ। टीम इंडिया ने पहले दिन पांच विकेट पर 326 रन बनाए। भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने शतकीय पारी खेली। वहीं, डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में सरफराज खान छा गए।
रोहित शर्मा ने 131 रन बनाए। उन्होंने 196 गेंद की पारी में 14 चौके और तीन छक्के लगाए। वहीं, रवींद्र जडेजा 110 रन बनाकर नाबाद रहे। सरफराज खान ने करियर की पहली पारी में तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की और 66 गेंद पर 62 रन बनाए। उन्होंने नौ चौके और एक छक्का लगाया। यशस्वी जायसवाल 10 और रजत पाटीदार पांच रन बनाकर पवेलियन लौटे। शुभमन गिल खाता भी नहीं खेल पाए। दिन का खेल खत्म होने के समय जडेजा के साथ कुलदीप यादव (एक रन) नाबाद रहे। इंग्लैंड के लिए मार्क वुड ने तीन विकेट लिए। टॉम हार्टले को एक सफलता मिली है।
टॉस जीतने के बाद जब टीम इंडिया बल्लेबाजी के लिए उतरी तो उसकी शुरुआत खराब रही। विशाखापत्तनम में दोहरा शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल का बल्ला इस मुकाबले में नहीं चला। वह चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हो गए। मार्क वुड ने जो रूट के हाथों उन्हें कैच कराया। वुड ने इसके बाद भारत को एक और झटका दिया। उन्होंने छठे ओवर की चौथी गेंद पर शुभमन गिल को पवेलियन भेज दिया। शुभमन ने नौ गेंदों का सामना किया। वह खाता नहीं खोल पाए। वुड की गेंद पर विकेटकीपर बेन फोक्स ने उनका कैच लिया। नौवें ओवर की पांचवीं गेंद पर रजत पाटीदार आउट हो गए। पाटीदार (पांच रन) को स्पिनर टॉम हार्टले ने बेन डकेट के हाथों कैच कराया।
पाटीदार के आउट होने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने सबको हैरान करते हुए रवींद्र जडेजा को बल्लेबाजी के लिए भेज दिया। जडेजा आमतौर पर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी नहीं करते। उन्होंने टीम के फैसले को सही साबित किया और कप्तान के साथ मिलकर टीम को संभाल लिया। रोहित और जडेजा ने चौथे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी की।