हाल ही में हिंदीभाषी समाज पर हुए हमले को लेकर काफी बातें हो रही है। एक जगह जहां बिष्णुपुर में कर्फ्यू लगाया गया है तो दूसरी ओर शांति वार्ता के जरिए मामले को सुलझाने का भरसक प्रयास स्थानीय विधायक एवं पुलिस प्रशासन के जरिये आपसे मतभेदों को दूर करने का प्रयास निरंतर जारी है। शांति बहाल करने के लिए विधायक एवं सर्व हिंदुस्तानी युवा परिषद की और से चारों खाने मेराथन बैठक की जा रही है ताकि दोनों पक्षों की बातों को सुना जाए और शांति एवं सौहार्द के जरिये बीच का रास्ता प्रशस्त किया जाए।दोनों समुदाय के बीच हुई झड़प से लोगों के मन मे दर्द एवं भय का मौहाल व्याप्त है इसे दूर करनेके लिए दोनों समुदाय को आगे लाने एवं संवाद के जरिये शांति बहाल का भरसक प्रयास किया जा रहा है।
कोरोना संकट के समय में माननीय विधायक ने बिष्णुपुर इलाके में काफी राहत सामग्री वितरित की थी जो किसी भी समुदाय को ध्यान में रखकर नही बल्कि मानवता के मद्देनजर की गई जनसेवा थी। उन्होंने कहा कि हिंदीभाषी पर हुए अत्याचार की वो कड़ी निंदा करते है। उन्होंने छठ पर्व पर भी काफी साड़ियों का वितरण किया था और हर संभव मदद एवं प्रयास के लिए वे हमेशा आतुर रहते है। सरवर हिंदुस्तानी युवा परिषद के अध्यक्ष शंकर सिंह के नेतृत्व में विधायक के द्वारा यह आह्वान किया गया है कि असम प्रदेश के विकास में हिंदीभाषी समाज का अमूल्य योगदान है और उन पर हो रही हिंसा या किसी भी तरह की प्रताड़ना बर्दास्त नही की जाएगी। हाल ही में हुई हिंसा के बाद पुलिस विभाग के सभी बड़े अधिकारियों ने शांति बनाए रखने हेतु, वार्ता के जरिये मसलेको सुलझाया जाए, इसके लिए हर संभव मदद एवं प्रयास के लिए विधायकजी निरंतर तत्पर रहेंगे।