रविवार को सिलचर चैप्टर के सदस्यों ने कुरकुरी चायबागान में वन यात्रा का कार्यक्रम किया जिसमें चेप्टर के 40 सदस्य, मारवाड़ी युवा मंच सिलचर शाखा के 12 सदस्य, विशिष्ट अतिथिगन 10 एवम दो एकल विद्यालय के छात्र 40जन औऱ एकल अभियान के 7 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया । एकल के बच्चों ने सरस्वती वंदना के बाद संस्कृत श्लोक व नृत्य का सुंदर प्रदर्शन किया।
सिलचर चैप्टर के मुख्य वक्ता कन्हैया लाल सिंगोदिया ने एकल अभियान के बारे में शुरू से लेकर अब तक की पूरी जानकारी आये हुए मेहमान सदस्यो को सिलसिलेवार बताई। उन्होंने बताया कि एकल विद्यालय योजना 1988 में पहली बार आज के झारखंड से हुई थी। वर्तमान में पूरे देश में 106000 एकल विद्यालय चल रहें है। बराक वेली, त्रीपुरा, मणिपुर मिलाकर 2400 एकल विद्यालय चल रहें हैं जिसमें बराक वेली में 1300 विद्यालय हैं। सिलचर चैप्टर को 120 विद्यालय का पूरे एक साल का 22000/= प्रति विद्यालय व्यवस्था करनी होती है। समाज के दानवीर भाई बहन इसमें योगदान देकर इस महान कार्य को आगे बढ़ाते चले आ रहे है जो कि निश्चित रूप से साधुवाद के पात्र है। इस कड़ी में एकल स्कुल दानदाताओं में मेहमान सदस्य श्री अरिजीत बिस्वास एवम् श्री सुनील जी तोसावर ने एक एक स्कुल का एक वर्ष का कुल व्यय रुपए 22000/- देने की घोषणा की । कुछ सदस्यों ने एक छात्र पर होने वाले खर्च के देने की घोषणा की तो कुछ सदस्यों ने आए हुए स्कुल बच्चो को पठन सामग्री व अन्य उपहार दिए। मारवाड़ी युवा मंच की ओर से श्री सुशील जी कांकरिया और श्री रतन जी मरोठी ने सब बच्चो को व आचार्य बहनों को बहुत सुंदर सुंदर कपड़े उपहार स्वरूप दिए ।
कुरकुरी चाय बागान के प्रबन्धक श्री सुनील सिंह जी ने वनयात्रा स्थल पर बहुत ही सुन्दर व्यवस्था की थी, तथा वे पूरे दिन कार्यक्रम में उपस्थित रहे । चेप्टर अध्यक्ष श्री बुधमल जी बैद ने एकल अभियान की गतिविधियों पर बताया और समाज के सभी वर्ग को इस योजना से जुड़ कर सहयोग करने का आव्हान किया। उपस्थित 117 जन को बहुत बहुत धन्वाद् किया। कार्यकारी अध्यक्ष श्री हनुमानजी जैन, सचिव श्री अनिल जी मिश्रा,चैप्टर महिला समिति की संरक्षिका श्री मती सुंदरी देवी पटुवा, सचिव श्रीमती नीरू शर्मा, श्रीमती हीरा अग्रवाल, श्रीमती अनीता मजूमदार,सदस्य श्री राजन कुंवर आदि ने भी अपना वक्तव्य रखा। चेप्टर समिति और महिला समिति से मुख्य रूप से श्री पवन राठी, दिलीप जैन, हेमंत सराफ,अशोक मरोठी,गिरिजा शंकर अग्रवाल, शांति स्वरूप सराफ, गोपाल चौहान, सौमित्र चक्रवर्टी, देवज्योति घोष, राजीव दत्ता, अजय अग्रवाल, श्रीमती हेमलता सिंगोदिया, शेफाली खंडेलवाल, उमा बिर्जुका, सुमन विनायक, बॉबी राठी आदि आदि सदस्यों ने कार्यक्रम के अंत में सभी के साथ मिलकर वनभोज का आनन्द लिया।