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कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत एवं पुरातन अध्ययन विश्वविद्यालय नलबारी, संस्कृत विभाग नगाव महाविद्यालय एवं संस्कृत भारती उत्तर पूर्वांचल न्यास के संयुक्त तत्वावधान एवं भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीनस्थ भारतीय भाषा समिति के सौजन्य से नगाव महाविद्यालय में एक दिवसीय सरल मानक संस्कृत पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में नौगांव एवं मोरीगांव जिले के 140 से अधिक संस्कृत शिक्षक, शिक्षिका एवं संस्कृत प्रेमी कार्यशाला में भागग्रहण किये।
कार्यक्रम का उद्घाटन नगाव महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रंजीत मजिमदार ने किया उन्होंने अपने भाषण में संस्कृत भाषा की महिमा गान करते हुए कहा की संस्कृत भाषा हमारे देश की धरोहर है, जिसमें हमारी सारी ज्ञान संपदा समाहित है। उद्घाटन सत्र में संस्कृत भारती, राजस्थान-क्षेत्र के संगठन मंत्री, माननीय कमल शर्मा जी ने सरल मानक संस्कृत के महत्व एवं प्रयोजन प्रतिपादित करते हुए कहा कि शास्त्र में निहित ज्ञान विज्ञान का प्रकाशन, सरल मानक संस्कृत के अभ्यास के द्वारा ही संभव है। श्री भवेन शइकिया ने संस्कृत भारती के द्वारा चलाए जा रहे संस्कृत संभाषण शिविर का परिचय देते हुए कहा कि सरल संस्कृत संभाषण के द्वारा भारतीय भाषाओं का संवर्धन एवं संरक्षण किया जा सकता है। कार्यक्रम के संयोजकद्वय, कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत एवं पुरातन अध्ययन विश्वविद्यालय के सर्वदर्शन विभाग के अध्यक्ष, डॉ रणजीत कुमार तिवारी एवं नगाव महाविद्यालय की संस्कृत अध्यापिका डॉ. पुष्पा शइकिया ने क्रमशः स्वागत भाषण एवं धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यशाला के संसाधकों में मुख्य रूप से श्री कमल शर्मा, श्री भवेन शइकिया, श्री कृष्णा राजवंशी आदि ने विषय प्रवर्तन एवं सरल मानक संस्कृत के क्रियान्वयन जैसे विषय पर प्रतिभागियों से चर्चा किया। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। प्रमाण पत्र वितरण सत्र में नौगांव महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष, चंदन हजारिका, अध्यापिका डॉ पूर्वश्री बरपुजारी, नगांव बालिका महाविद्यालय की अध्यापिका श्रीमती रश्मि डेका, एडीपी कॉलेज की संस्कृत अध्यापिका श्रीमती मालविका बरुआ सहित विभिन्न विद्यालय, महाविद्यालय के संस्कृत शिक्षक शिक्षिका एवं संस्कृत भारती के कार्यकर्ता उपस्थित थे।