वैनगार्डस सिक्योरिटी सर्विस के ऊपर राजकुमार नुनिया और तपन धर द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करते हुए एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजीत कुमार दास ने कहा कि यह लोग निजी स्वार्थ पूर्ति के लिए हमको तथा नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कर्तव्य परायण और इमानदार अधिकारियों को बदनाम करना चाहते हैं। हम लोग सभी काम नियम पूर्वक कर रहे हैं। 2019 से जब से मैंने दायित्व लिया है, केवल एक विधवा स्त्री (सहानुभूति के आधार पर) को छोड़कर कोई नियुक्ति नहीं दी है। उनके सारे आरोप निराधार हैं और इस प्रकार से झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाने का हम लोग कड़ी निंदा करते हैं।
एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजीत कुमार दास ने काछाड़ के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखकर राजकुमार नुनिया द्वारा संचालित एनजीओ पश्चिम सोनाई जन कल्याण उन्नयन मंच तथा फकीर टीला और साधु टीला समाज कल्याण तथा एचआरडी यूजर्स समिति का पंजीकरण 2005 में समाप्त हो जाने के बावजूद अवैध तरीके से इन एनजीओ का काम करने पर जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इन एनजीओ का पिछले सात आठ साल का कार्यवाही रजिस्टर, ऑडिट रिपोर्ट आदि का जांच किया जाए, यह लोग क्या काम करते हैं? राजकुमार नोनिया द्वारा एनआईटी में सिक्योरिटी सर्विस, हाउसकीपिंग तथा गार्डनिंग जॉब में नियुक्तियों का जो आरोप लगाया है, वह पूरी तरह से झूठा आरोप है, कोई भी नई नियुक्ति नहीं हुई है। रंजीत दास ने पत्र में लिखा है कि सभी कर्मचारी पहले से एनआईटी में कार्यरत है। उनका टेंडर होने के बाद उन्होंने पुराने लोगों को ही कंटिन्यू किया, किसी को हटाया नहीं। उन्होंने कहा कि उनके पूर्व कंपनी के एमडी सुदीप पाटिया तथा ऑफिस इंचार्ज तपन धर ने 31 सिविलियन सिक्योरिटी पर्सन का नियुक्ति किया था, जिसमें तपन धर का बेटा भी शामिल था। उसकी अनियमितताओं के कारण, उसे निकाल दिया गया।
रंजीत दास ने एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर शिवाजी बंदोपाध्याय को इमानदार, कर्मठ अधिकारी बताया तथा कहा कि उनके आने के बाद से एनआईटी का बहुत उन्नति हुआ है। साथ ही उन्होंने अधिशासी अभियंता ध्रुव ज्योति चक्रवर्ती और वरिष्ठ अभियंता शिव कुमार चौहान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन सभी के ऊपर झूठा आरोप लगाकर हम लोगों को बदनाम करके ब्लैकमेल करना चाहते हैं, राज कुमार नोनिया और तपन धर। रंजीत दास के वक्तव्य की पुष्टि करते हुए सुपरवाइजर रामाधार कोइरी, गार्ड सूर्यलाल नुनिया, सुलोचन यादव ने कहा कि राजकुमार नुनिया उर्फ नीपू तथा तपन धर (पंचायत सभानेत्री के पति) अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी को पूरा वेतन दिया जाता है, इसमें कोई अनियमितता नहीं है। ₹593 प्रतिदिन के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है जो हर 6 महीने पर बढ़ता है। पिछले नवंबर तक का सबका ईपीएफ क्लियर है।