गोरखनाथ गुप्ता, दुमदुमा
=================== आज शाम दुमदुमा का चुनाव प्रचार का शोरगुल खत्म, सभी पार्टी अपनी अपनी लोकलुभावन वादों के साथ जनता को अपने पाले में करने में कितना कामयाब होते है ,यह तो 2 मई को पता चलेगा ,लेकिन दुमदुमा में इस बार मुकाबला दिलचस्प होगाऔर त्रिकोणीय होगा। इस बार विधानसभा चुनाव में प्रमुख पार्टियों में कांग्रेेस के वर्तमान दुर्गा भूमिज, भारतीय जनता पार्टी के रुपेश ग्वालाा, भाजपा के अध्यक्ष रहे लखेश्वर मोरान निर्दलीय होकर चुनाव लड़ रहे हैं। इन्हीं तीनों में मुख्य मुकाबला होगा। इधर जातीय परिषद के सुरेश भूमिज और राइजर दल के कनक चेतिया अपना भाग्य आजमा रहे हैं। भाजपा के देवजीत मोरान निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। अब वे भाजपा के लिए वोट मांग रहे हैंं।
हाल ही में हेमंत विश्व शर्मा की चुनावी रैली में उन्होंने फिर से भाजपा का दामन थामा। भाजपा के निष्कासित तिनसुकिया जिला चाय मोर्चा के राजेश किसान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि रुपेश गवाला को टिकट देकर भाजपा अपना दांव खेल दी, वे कांग्रेस के टिकट के प्रबल दावेदार थे। चाय मजदूर संघ के सचिव के पद पर थे, कांग्रेेस ने उन्हें टिकट ना देकर दुर्गा भूमिज को टिकट प्रदान किया। भाजपा के लखेश्वर मोरान पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वे अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। यहां चाय जनजाति की बोटर,60201, असमिया भाषी 37267, हिन्दीभाषी 14338, बंगभाषी, 14338 मुस्लिम वोटर 11467, अन्य 5733 मतदातााा हैै। इस चुनाव में हिंदी भाषियों की भूमिका निर्णायक होगी, ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा हैै। इंतजार 2 मई को पता चलेगा, जीत का सेहरा कौन पहनता है ।।