इटानगर, अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी परनायक (सेवानिवृत्त) ने राज्य की प्रथम महिला अनाघा परनायक के साथ शुक्रवार को इटानगर में गालो समुदाय के मोपिन उत्सव समारोह में भाग लिया।
राज्यपाल ने मोपिन के उत्सव के अवसर पर गालो समुदाय को बधाई देते हुए उन्होंने बेहतर फसल, घरेलू पशुओं के प्रसार और प्रकृति के संरक्षण के लिए मोपिन देवी आनी पिंकू पिंटे का आशीर्वाद लेने के लिए प्रार्थना की।
राज्यपाल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश असंख्य जनजातियों की एक भूमि है जिन्होंने वर्षों से अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं को बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि वे उत्साहपूर्वक अपनी स्वदेशी सांस्कृतिक विरासतों को संरक्षित कर रहे हैं। राज्यपाल ने उत्सव के दौरान उत्कृष्ट सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए पोपिर (नृत्य) टीमों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि भागीदारी से सामुदायिक एकजुटता, भाषा का पुनरुद्धार होता है, सामूहिक पहचान मजबूत होती है और युवा पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक प्रथाओं, परंपराओं के साथ-साथ भाषाई बारीकियों को सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
राज्यपाल ने गालो समुदाय से स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे, संचार और महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के क्षेत्र में ठोस प्रयास के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने प्रत्येक बच्चे कि बुनियादी शिक्षा, युवाओं को कौशल प्रदान करने, हर मां को स्वास्थ्य और स्वच्छता पर बुनियादी ज्ञान सुनिश्चित करने के लिए समुदाय और गांव स्तर पर काम करने का सुझाव दिया और नशीली दवाओं के खतरे के प्रति आगाह किया।
राज्यपाल ने सुझाव दिया कि चूंकि मोपिन कृषि से संबंधित है, इसलिए लोगों को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में समग्र दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। उन्होंने लोगों से आधुनिक तकनीकों का उपयोग करने, बाजार के रास्ते तलाशने और स्वयं सहायता समूहों और सहकारी समितियों को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
इस अवसर पर गालो समाज की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को दर्शाती सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रस्तुत दी गई। राजधानी के विभिन्न हिस्सों से 15 पोपिर टीमों ने प्रमुख मोपिन पुजारी (न्यिबो) न्यागो बागरा और सहायक पुजारी के नेतृत्व में उत्सव में भाग लिया।