इंफाल, 24 अप्रैल । मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार की देर रात राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर एक शक्तिशाली आईडी विस्फोट के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा और अधिक बढ़ा दी गई है।
मणिपुर पुलिस ने बुधवार को बताया कि विस्फोट के जरिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक पुल को उड़ाने की कोशिश की गई। हालांकि, विस्फोट बहुत अधिक शक्तिशाली नहीं होने की वजह से पुल आंशिक रूप से ही क्षतिग्रस्त हुआ। पुल पर कई जगह गड्ढे हो गए और पुल पर दरारें पड़ गई।
विस्फोट के बाद बुधवार को आधे दिन तक राजमार्ग को बंद रखा गया। बाद में सुरक्षा बलों ने बगल से आवश्यक वस्तुओं को ले जा रही छोटी गाड़ियों को पार कराया। हालांकि, भारी वाहन को इधर से गुजरने नहीं दिया जा रहा है।
दरअसल, मणिपुर के कांगपोकपी जिले के सपरमीना कुब्रूलीखा इलाके में रात्रि के करीब 12.50 बजे हुई। हालांकि, इस विस्फोट में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो मणिपुर की राजधानी इंफाल को नगालैंड के मुख्य वाणिज्यिक शहर डिमापुर से जोड़ती है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कांगपोकपी जिले में खेतों में काम कर रहे मजदूरों पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई थी। हालांकि, इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बताया जाता है कि यह गोलीबारी कल देर शाम तक चलती रही। सुरक्षा बल इस गोलीबारी से निपटने में उलझे रहे, इधर रात को राजमार्ग संख्या दो पर पुल को उड़ाने की कोशिश की गई। इससे पहले एक सप्ताह पूर्व मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 37 पर विस्फोट करके राजमार्ग को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। राजमार्ग पर एलपीजी ले जा रहे तीन टैंकरों पर गोलीबारी कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जिस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 37 पर तब से आवाजाही रुकी हुई है। अब राजमार्ग संख्या 2 के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद मणिपुर में आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही बंद होने की आशंका बन गई है।
उल्लेखनीय है कि एक साल से मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इस दौरान अब तक दो सौ से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार से अधिक लोग अभी भी अपने घरों से विस्थापित होकर शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं।