मुरैना. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों एमपी के दौरे पर आज दूसरे दिन वे मुरैना के पुलिस परेड ग्राउंड में भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर के समर्थन में सभा करने पहुंचे. उन्होने जनमानस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे को देश के प्रधानमंत्री को भला-बुरा कहने में मजा आता है. मैं टीवी और सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि इससे लोग दुखी हो रहे हैं. मैं कहता हूंए दुखी न हों क्योंकि नामदार तो कामदार को हमेशा गोली- गलौज करते आए हैं.
पीएम श्री मोदी ने आगे कहा कि देश कह रहा है कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी. आपके हितों की रक्षा के लिए ये मोदी दीवार बनकर खड़ा है. ये गाली-गलौज इसलिए हो रही है क्योंकि मोदी 56 इंच का सीना तानकर खड़ा हो गया है. इनके मंसूबे सफल नहीं होंगे ये मोदी की गारंटी है. कांग्रेस पार्टी विकास विरोधी समस्या है. मुरैना के लोग जानते हैं समस्या से एक बार पीछा छूट जाए तो उसे दूर ही रहना चाहिए. मोदी ने कहा जवानों को हमने खुली छूट दी है. हमने कहा एक गोली चलती है तो 10 गोली चलनीं चाहिए. एक गोला चलता है तो 10 तोपें चलनीं चाहिए. कांग्रेस की पॉलिसी है जो देश के लिए सबसे ज्यादा योगदान करे, मेहनत करे, सबसे ज्यादा समर्पण करे उसे सबसे पीछे रखो. इसलिए कांग्रेस ने इतने वर्षों तक सेना के जवानों की वन रैंक वन पेंशन जैसी मांग पूरी नहीं होने दी. हमने सरकार बनते ही इसे लागू किया. हमने सीमा पर खड़े जवानों की भी चिंता की. कांग्रेस ने जवानों के हाथ बांध रखे थे हमने उन्हें खुली छूट दे दी. अगर एक गोली आती हैए 10 गोली चलनी चाहिए. अगर एक गोला फेंकते हैं तो 10 तोपें चल जानी चाहिए.
नामदारों से कुछ मत कहो, हम कामदार सहन करेंगे
कांग्रेस के शहजादे को मोदी के लिए भला-बुरा कहने में मजा आ रहा है. सोशल मीडिया व टीवी पर लोग चिंता जताते हैं कि ऐसी भाषा प्रधानमंत्री के लिए बोलना ठीक नहीं है. मेरी विनती है आप दुखी मत होइए आपको पता है. वे नामदार हैं हम तो कामदार हैं. नामदार तो कामदार को सदियों से ऐसे ही गाली-गलौज करते आए हैं. मैं तो गरीबी से निकला हूं, पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी.
कांग्रेस की सरकार आई तो इंहेरिटेंस टैक्स लगाएगी-
कांग्रेस सरकार में आई तो इंहेरिटेंस टैक्स लगाएगी. आज पहली बार देश के सामने एक दिलचस्प तथ्य रख रहा हूं. जब देश की पीएम बहन इंदिरा गांधी नहीं रहीं तो उनकी प्रॉपर्टी जो उनकी संतानों को मिलनी थी लेकिन पहले कानून था कि उनको मिलने से पहले एक हिस्सा सरकार ले लेती थी. तब चर्चा थी कि जब इंदिराजी नहीं रहीं और उनके बेटे राजीव को ये प्रॉपर्टी मिलनी थी तो प्रॉपर्टी को बचाने के लिए उस समय के पीएम राजीव गांधी ने पहले के इंहेरिटेंस कानून को समाप्त किया. वहां मामला निपट गया तो फिर सत्ता पाने के लिए ये लोग वही कानून ज्यादा कड़ाई से वापस लाना चाहते हैं.