गुवाहाटी, 03 अप्रैल (हि.स.)। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) स्वाधीन (स्वा) ने अभियंता प्रणव कुमार गोगोई और राम कुमार को रिहा कर दिया है। ये दोनों अभियंता अरुणाचल प्रदेश में एक निजी आयल कंपनी से जुड़े हैं। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने इस संबंध में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है। दोनों अभियंताओं को 03 माह 14 दिनों के बाद रिहा किया गया है।
उल्फा (स्व) के मध्यस्थकारी कौशिक फूकन के जरिए दोनों की रिहाई संभव हुई है। सूत्रों ने बताया है कि दोनों अपहृत अभियंताओं ने संभवतः म्यांमार से भारत के अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश किया है। अगले कुछ घंटों के बाद दोनों असम लौटेंगे।
पिछले साल 21 दिसम्बर को अरुणाचल प्रदेश में तेल खोज के दौरान दोनों का अपहरण दूर-दराज इलाके से किया गया था। पहले भी उल्फा (स्व) ने दोनों को रिहा करने का ऐलान किया था, लेकिन रिहाई की सूचना के कुछ घंटों के बाद ही फिर से दोनों को पकड़ते हुए कहा कि गुवाहाटी स्थित एक मीडिया हाउस ने इस मामले में उल्फा (स्व) का चरित्र हनन किया है। दोनों अभियंताओं की रिहाई के लिए संगठन ने उक्त मीडिया हाऊस के माफी मांगने की शर्त लगा दी थी। मीडिया हाऊस ने माफी भी मांग ली, लेकिन रिहाई नहीं हुई। लंबे समय बाद एक बार फिर से दोनों अभियंताओं की रिहाई की सूचना सामने आई है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/ प्रभात ओझा