प्रे.सं. हाइलाकान्दी, 30 दिसंबर: जल संरक्षण पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ हाइलाकान्दी में। बुधवार को यहां जल संरक्षण की आवश्यकता पर जागरूकता पैदा करने के लिए ‘बारिश का जल संग्रह करना, जहां यह गिरता है, जब यह गिरता है’ लॉन्च किया गया है। रोटरी क्लब परिसर में आयोजित एक अनुष्ठान में इस कार्यक्रम का शुभारंभ कर जिला विकास आयुक्त रणजीत कुमार लस्कर ने संबोधित करते हुए जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने लोगों से केवल पीने के उद्देश्य के लिए जलापूर्ति का उचित और पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने और भी कहा कि, जिले के कुछ स्कूलों में वर्षा जल संचयन और अन्य जल संरक्षण गतिविधियों के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास जारी हैं क्योंकि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट बड़े पैमाने पर है। जिला जनस्वास्थ्य कारिगरि विभाग के सुपरिटेंडेंट नृपेंद्र कुमार शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्षा के मौसम में जल संचयन के माध्यम से जल संरक्षण, जल निकायों को प्रदूषण मुक्त रखने और पानी के समुचित उपयोग की आवश्यकता पर लोगों के बीच चेतना का स्तर बढ़ाना होगा। नदियों, तालाबों, आर्द्र क्षेत्रों की रक्षा करना समय की आवश्यकता है।
बिशिष्ट पत्रकार शतानंद भट्टाचार्य ने कहा कि, पानी की कमी ने दुनिया के कई हिस्सों को प्रभावित किया है, जिसमें हाइलाकान्दी जिले और पड़ोसी मेघालय के कुछ हिस्से शामिल हैं। जिला सूचना व जनसंपर्क अधिकारी साबिर निशात ने कहा कि हर साल भारत में पानी की कमी से लगभग दस लाख लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने इस क्रांतिकारी अभियान में युवाओं को शामिल करने के महत्व पर जोर दिया। एनवाईकेएस के जिला युवा समन्वयक कल्पना गंगोपाध्याय ने बताया कि इस कार्यक्रम को जिले के पांच विकास खंडों के अंतर्गत 50 गाँवों में लागू किया जाएगा।
अनुष्ठान में जिला विकास आयुक्त लस्कर एवं अतिथिओं ने स्वच्छ भारत ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप 2.0 के राज्य स्तर के विजेता रंगपुर के नेटिव प्राइड क्लब, जिला स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थानाधीकारी ट्राइबल वुमेन यूथ क्लब, मणिपुर के फ्रेंड्स क्लब एवं नेटिव प्राईड क्लब को सार्टिफिकट प्रदान किया।