जबलपुर. एमपी के जबलपुर से फरार कुख्यात हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी को फरारी के दौरान संरक्षण देने व छिपने में मदद करने वाले अब्दुल करीम सत्तार पटेल को पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया है. शमीम कबाड़ी यहां से भागकर नागपुर पहुंचा था. शमीम कबाड़ी पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है. जिसकी तलाश में पुलिस की टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
पुलिस के अनुसार हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के राजुल सिटी के सामने खजरी स्थित कबाडख़ाना में हुए विस्फोट में दो लोगों की जान चली गई. घटना के बाद से शमीम कबाड़ी पिता मोहम्मद बसीर निवासी सैफ नगर रद्दी चौकी फरार है. जिसकी गिरफ्तारी पर आईजी अनिल सिंह कुशवाहा ने 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. इसके बाद पुलिस की टीमों द्वारा शमीम को पकडऩे के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. फिर पुलिस को खबर मिली कि शमीम नागपुर में छिपा हुआ है, जिसपर पुलिस अधिकारियों की एक टीम नागपुर पहुंच गई. जहां पर पता चला कि शमीम कबाड़ी की भारत कालोनी नागपुर निवासी अब्दुल करीम सत्तार पटेल से गहरी दोस्ती है. जिसपर पुलिस की टीम ने पहुंचकर अब्दुल करीम सत्तार से पूछताछ की, उसने बताया कि फरारी के दौरान शमीम कबाड़ी नागपुर में आकर मिला था, जिसे 50 हजार रुपए दिए और होटल में बात कर रूकवाया था. कुछ दिन रूकने के बाद कहॉ जा रहा है बता कर नहीं गया है. पुलिस ने अब्दुल करीम सत्तार पटेल द्वारा फरार हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी को संरक्षण देते हुये छिपने में मदद करना पाये जाने पर आने जाने हेतु दी हुई स्कार्पियो तथा अब्दुल करीम के 02 मोबाईल जिनसे बात करता था को जप्त करते हुये अब्दुल करीम सत्तार पटेल को अभिरक्षा में लेकर 212 भादवि के तहत कार्रवाई की. इसके बाद मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश किया. जहां से अब्दुल करीम को न्यायिक अभिरक्षा में केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध कराया गया है.