गुवाहाटी, चक्रवात रेमल के कारण पूर्वोत्तर क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में भारी वर्षा होने से असम के डिमा हासाओ जिले में ट्रेन परिचालन प्रभावित हुईं है। डिमा हासाओ जिले के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश से रेलवे ट्रैक, यार्ड और सुरंगों में जल जमाव हो गया। इसके परिणामस्वरूप पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) द्वारा ट्रेन सेवाओं को नियंत्रित करना पड़ा। कुछ ट्रेनें रद्द कर दी गईं, कुछ आंशिक रद्द कर दी गईं और कुछ को पुनर्निर्धारित किया गया। उल्लेखनीय है कि 28 मई को 05:00 बजे से 11:30 बजे तक किमी 110 पर 229 मिमी बारिश हुई थी। न्यू हारांगाजाओ स्टेशन क्षेत्र में 06:00 बजे से 10:00 बजे के बीच 217 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के अलावा तेज चक्रवाती हवा के कारण विभिन्न स्थानों पर कई पेड़ उखड़कर रेलवे ट्रैक पर गिर गए।
पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने आज बताया है कि पूसीरे ने तत्परता दिखाते हुए अगरतला और सिलचर की ओर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में फंसे यात्रियों को लमडिंग और गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर बोतलबंद पेयजल एवं आहार के साथ-साथ आवश्यक सहायता प्रदान की।
लोकमान्य तिलक टर्मिनस से आ रही और अगरतला को जाने वाली ट्रेन संख्या 12519 को लमडिंग स्टेशन पर वापस लाया गया। लमडिंग स्टेशन पहुंचने पर रेल अधिकारियों ने सभी यात्रियों को रात का खाना और बोतलबंद पेयजल मुहैया कराया। बाद में ट्रेन 23:30 बजे गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंची। रेल अधिकारियों ने यात्रियों को गुवाहाटी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक स्थित प्रथम श्रेणी के प्रतीक्षालय में ठहराया। इसी तरह सियालदह से आ रही और सिलचर को जाने वाली ट्रेन संख्या 13175 को भी लमडिंग स्टेशन पर वापस लाया गया और सभी यात्रियों को रेल अधिकारियों द्वारा चाय– नाश्ता की व्यवस्था की गई। बाद में ट्रेन 01:25 बजे गुवाहाटी स्टेशन पहुंची और यात्रियों को रेल अधिकारियों द्वारा गुवाहाटी स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक स्थित प्रथम श्रेणी के प्रतीक्षालय में ठहराया गया।
यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचने में सहायता प्रदान करने हेतु वरिष्ठ रेल अधिकारी, रेलवे सुरक्षा बल के कर्मी और नागरिक प्रशासन, गुवाहाटी के अधिकारी स्टेशन पर मौजूद थें।
यात्रियों ने इस प्राकृतिक आपदा के समय पूसीरे द्वारा किए गए सहयोग और सहायता की सराहना की। पूसीरे आपदा प्रबंधन गतिविधियों के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र में कई प्रकार के कार्य कर रही है। जहां भी संभव हो, राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है। स्थिति में सुधार लाने तक पूसीरे द्वारा ट्रेन परिचालन पुनर्बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।