तिनसुकिया, असम के तिनसुकिया जिले में लिडो के पाटकाई कोयला खदान में दबे तीन श्रमिकों में से एक श्रमिक का शव शनिवार को बरामद किया गया। सुबह से ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने लापता लोगों की तलाश में फिर से अभियान शुरू किया।
इस खदान में 26 मई को तीन श्रमिक दब गए थे। तलाशी अभियान शुरू किया गया था लेकिन प्रतिकूल मौसम की वजह से अभियान को रोकना पड़ा था। शनिवार सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया। इस खदान में दबकर तीन श्रमिकों की मौत की आशंका जताई गई थी। यह हादसा अवैध रूप से किये जा रहे भूमिगत खनन के दौरान हुआ था। खनन कार्य में गाए गए मजदूर कोयला खनन करते समय जिंदा दफन हो गए थे।
चार मजदूर बरगोलाई-नामदांग के बीच टिकक वेस्ट माइनिंग में अवैध रूप से निर्मित खदान में 26 मई को दोपहर लगभग 12.30 बजे कोयला खनन करने गए थे। उनमें से तीन कोयला खोद रहे थे और एक बाहर इसकी आपूर्ति कर रहा था। इसी बीच हुए भूस्खलन के कारण खदान का रास्ता बंद हो गया। जिससे तीनों मजदूर वहां फंस गए। इसमें उनकी मौत की आशंका जताई गई थी। खदान में दबे तीन मजदूरों में से एक की पहचान नेपाल के भुजपुर निवासी दावा सेरपा के रूप में हुई है जबकि अन्य दो की पहचान मेघालय के जॉन और फिनाल के रूप में हुई है।