तिरुमाला. आंध्र प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आज तिरुमाला में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में अपनी पहली तीर्थयात्रा की. विजयवाड़ा में चौथी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद नायडू ने तिरुपति-तिरुमाला प्रशासन को शुद्ध करने की शपथ लेने से पहले मंदिर में प्रार्थना की. उन्होने मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी शासन के दौरान वेंकटेश्वर मंदिर की देखरेख करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में अनियमितताएं थीं. टीडीपी सुप्रीमो ने कहा कि वह तिरुमाला में भ्रष्टाचार को खत्म करने और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
सीएम श्री नायडू ने आगे कहा कि मैं तिरुमाला से शासन के शुद्धिकरण की शुरुआत करूंगा. तिरुमाला को अपवित्र करना स्वीकार्य नहीं है. तिरुमाला में केवल गोविंदा के नाम का जाप रहेगा. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पूर्व राज्य सरकार ने तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम का व्यावसायीकरण किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रसाद अच्छी गुणवत्ता का होना चाहिए, दरें नहीं बढ़ाई जानी चाहिए, दर्शन के टिकट काले बाजार में नहीं बेचे जाने चाहिए. उन्होंने इस धार्मिक स्थल को मारिजुआना, शराब और मांसाहारी भोजन का केंद्र बना दिया. सफाई की शुरुआत टीटीडी से होगी. श्री नायडू ने गरीबी मुक्त समाज के लिए अथक प्रयास करने व आंध्र प्रदेश को भारत के नंबर एक राज्य का दर्जा दिलाने का संकल्प लिया. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि शासन में जवाबदेही व पारदर्शिता का वादा करते हुए अपराध व भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 2047 तक तेलुगु लोग दुनिया में नंबर एक होंगे. मैं आंध्र प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाऊंगा.