नई दिल्ली. इटली की एक दिवसीय यात्रा पर जी7 सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण रखने और कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 15 जून की सुबह दिल्ली लौट आये.
æòप्रधानमंत्री ने वैश्विक नेताओं के साथ वार्ता के बाद अपनी यात्रा को सफल बताया है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन में काफी सफल दिन रहा. वैश्विक नेताओं के साथ वार्ता की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. हमारा लक्ष्य मिलकर प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जिससे वैश्विक समुदाय लाभान्वित हो और भावी पीढिय़ों के लिए बेहतर दुनिया का निर्माण किया जा सके.
उन्होंने इटली के लोगों और वहां की सरकार को बेहतरीन आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, एक महत्वपूर्ण जी7 सम्मेलन जहां मैंने विश्व मंच पर भारत का दृष्टिकोण रखा. इस पोस्ट के साथ उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उनकी यात्रा की झलकियां दिखाई गई हैं.
उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और जापान से प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा से अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं. इसके बाद उन्होंने जी7 के आउटरीच सत्र में हिस्सा लिया.
आउटरीच सत्र के बाद उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई वैश्विक नेताओं से बातचीत की. वह ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश से भी मुलाकात की. जी7 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पोप फ्रांसिस से मिले और उन्हें भारत आने का न्योता दिया. तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली विदेश यात्रा थी. साथ ही वह पांचवीं बार जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए हैं.