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संविधान के तहत संसद में प्रतिनिधिहीन जाति गोष्ठियों से केन्द्र व राज्य सरकारों में छ: महीने के लिए मन्त्रीत्व प्रदान की मांग पर श्री कृष्ण रुक्मिणी कलाक्षेत्र में टक-शो आयोजित किया गया।
जाति-वर्ण-धर्म-लिङ्ग-तृतीय लिङ्ग निर्विशेष के लिए ५ (पाच)% आरक्षण के लिए प्रयोजन से संविधान संशोधन किया जाय। लेखक विधान सिंह
रविवार (23:06:2024) के दिन बेकीरपार खमपाल स्यित श्रीकृष्ण रुक्मिणी कलिक्षेत्र के व्यवस्थापना में आयोजित टक-शो के मुख्य वक्ता लेखक विधान सिंह ने सरकार से आग्रह किया कि भारतीय संविधान के धारा 52 एवं 53 (1) तहत राष्ट्रपति और प्रधान मन्त्री का विशेष स्वाधिकार के तहत केन्द्र व राज्य सरकारों में प्रतिनिधित्यहीन समुदाय का संसद (लोक सभा / राज्य सभा) या विधान सभा (विधान सभा / विधान परिषद) में छ महीने तक का मन्त्रीत्य प्रदान किया जाए। गैरतलव हैं कि सन 1997 में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस विषय पर मोहर लगाइ थी कि छ महीने तक संसद में अमनोनीत वोटाधिकारप्राप्त जो कोइ भारतीय नागरिक को मन्त्री बनाने में कानुनन कोइ असुविधा नही हैं।