पटना. बिहार में आर्थिक अपराध ईकाई (ईओयू) ने सिपाही भर्ती परीक्षा प्रश्रपत्र लीक मामले में चार और आरोपियों को आज गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में से तीन पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.
केन्द्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) बिहार, पटना के विज्ञापन संख्या-01/2023 जिसमें 21,391 सिपाही के रिक्त पदों की बहाली होनी थी. इसके लिए एक अक्टूबर 2023 को दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गयी थी. इसके अतिरिक्त सात अक्टूबर 2023 एवं 15 अक्टूबर 2023 को भी इस परीक्षा का अयोजन होना था. इस परीक्षा में कुल 18 लाख अभ्यर्थियों ने फार्म भरा था लेकिन एक अक्टूबर 2023 को आयोजित परीक्षा की दोनों पालियों में परीक्षा प्रारम्भ होने की निर्धारित अवधि से कई घंटे पूर्व ही परीक्षा की उत्तर कुजी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो गई. जिसके परिणाम स्वरूप दो अक्टूबर 2023 को उक्त परीक्षा को रद्द कर दिया गया तथा सात अक्टूबर 2023 एवं 15 अक्टूबर 2023 को आयोजित होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया. बाद में इस मामले जांच का जिम्मा ईओयू को सौंपा गया था. ईओयू ने इस मामले से जुडे काण्ड संख्या 16/2023 में 26 जून 2024 को चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 27 जून 2024 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. ईओयू द्वारा आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिन अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है उनमें कौशिक कुमार कर, सौरभ बंदोपाध्याय, सुमन विश्वास और संजय दास शामिल हैं.