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मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

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डिब्रूगढ़ (असम), मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज डिब्रूगढ़ जिले के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ शहर में जलमग्न एचएस रोड और महालया रोड का दौरा किया और बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने लोगों को आश्वासन दिया कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद वे सुधारात्मक उपाय करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बीच सरकार पानी के मुक्त प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए नालों को साफ करेगी।

मुख्यमंत्री ने खोवांग में बाढ़ के कारण रिंग बांध टूटने का भी निरीक्षण किया और जमीनी हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित लोगों से बात की और उन्हें उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रिंग बांध बनाने और मुख्य तटबंध को मजबूत करने को कहा। मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रंजीत कुमार दास और विधायक चक्रधर गोगोई को प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जीर्णोद्धार कार्य की निगरानी करने का निर्देश दिया।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने पिथुबोर गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में बनाए गए राहत शिविर का दौरा किया, जहां 173 लोग शरण लिए हुए हैं। उन्होंने उनसे बात की और उन्हें प्रतिदिन दी जाने वाली राहत सामग्री के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने जिला आयुक्त से शिविर में रहने वाले लोगों को चिकित्सा सुविधाएं, सुरक्षित पेयजल और कपड़े उपलब्ध कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने खोवांग हायर सेकेंडरी स्कूल में बनाए गए राहत शिविर का भी दौरा किया, जहां 380 बाढ़ प्रभावित लोगों ने शरण ली हुई है। उन्होंने उनके साथ समय बिताया और उन्हें आश्वासन दिया कि आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के अलावा बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए घरों की मरम्मत या निर्माण के लिए भी शीघ्र उपाय किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रंजीत कुमार दास, जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका, विधायक तेरेस ग्वाला और तरंग गोगोई भी उपस्थित थे।

बाद में, मुख्यमंत्री ने घुमताल, टेंगाखात में बुढ़ीदिहिंग नदी के कारण कटाव बिंदु का दौरा किया और स्थिति का आकलन किया। वह बाढ़ वाले क्षेत्र में जाने के लिए नाव पर सवार हुए और जमीनी स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ के डीसी से बाढ़ प्रभावित लोगों की आपातकालीन राहत के लिए आवश्यक उपाय करने को कहा। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि क्षतिग्रस्त घरों को या तो फिर से बनाया जाएगा या मरम्मत की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कल से जियो बैग के साथ टूट बिंदु को बंद करने के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने टेंगाखात कॉलेज में स्थापित राहत शिविर का भी दौरा किया, जहां 299 लोग शरण लिए हुए हैं। उन्होंने राहत शिविर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और डीसी से शिविर में दैनिक राहत सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने और शिशुओं और वृद्ध लोगों की जरूरतों पर विशेष ध्यान देने को कहा।

जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका, विधायक तेरेस ग्वाला और तरंग गोगोई जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री के साथ थे।

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