भगवान् जगन्नाथ बलभ्रद सुभ्रदा के साथ एक दर्जन से अधिक मंदिरों एवं अखाङों से निकाली गई। शिलचर शहर में एक लाख से अधिक लोगों ने सारे शिलचर में भव्य रथयात्राओं के दर्शन किए। इस्कान मंदिर की भव्य रथयात्रा आकर्षण का केंद्र बनी रही। बङी संख्या में भक्तों ने रथों की रस्सी खेंचकर पूण्य अर्जित किया।रविवार होने के कारण बाजार बंद होने से हर मंदिरों के सामने बच्चों के खिलौने एवं देवी देवताओं की फोटो की दुकानें लगी थी। पुलिस प्रशासन चप्पे चप्पे पर तैनात होने तथा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया। महिलाओं एवं बच्चों को लेकर सपरिवार जगह जगह रथयात्रा का स्वागत किया। भजन कीर्तन एवं नृत्य के साथ संगीत के मिनी ट्रक होने से रथयात्रा यादगार बन गयी। अग्रवाल सेवा समिति ने इस्कॉन मंदिर में तथा कई संगठनों ने अन्य स्थानों पर जलसेवा प्रदान की।




















