चंद्र शेखर ग्वाला लखीपुर,८ जुलाई : विपक्षी नेता राहुल गांधी एक दिन के सफर में असम के पड़ोसी राज्य मणिपुर में आए,इधर उनके मणिपुर दौरे से ठीक तीन घंटे पहले कुकी समुदाय के उपद्रवियों ने एक रबर फार्म में आग लगा दी। दो गुटों की हिंसा के कारण जिरीबाम जिला समेत मणिपुर राज्य के विभिन्न स्थानों पर आए दिन आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। दोनों समूहों की हिंसा के कारण कई लोग अपना घर छोड़कर कई महीनों से विभिन्न शरणार्थी शिविरों में शरण लिए हुए हैं। लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार को उन शिविरों में पहुंचे और उनसे बातचीत किया । वह सुबह हवाई मार्ग से कुम्भीरग्राम हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहां से वह सीधे सड़क मार्ग से असम और मणिपुर राज्यों की सीमा से लगे कछाड़ जिले के लखीपुर विधानसभा क्षेत्र के म्हार्कुलिन स्थित एक शिविर में पहुंचे।
उक्त शिविर में मणिपुर के जिरीबाम जिले के विभिन्न लोगों ने शरण ले रखी है. वह म्हार्कुलिन शिविर में उपस्थित लोग लगभग तीस मिनट तक अपनी स्थिति के बारे में बात किया। फिर वह मणिपुर राज्य के जिरीबाम जिले के शहर में चले गये। वहां जिरीबाम हायर सेकेंडरी स्कूल शरणार्थी शिविर में शरणार्थियों की बातें सुनीं। अपनी बात रखते हुए शरणार्थियों ने राहुल गांधी से कहा कि वे शांति चाहते हैं। पिछले कुछ महीनों से पूरे मणिपुर में अशांति का माहौल बना हुआ है।राज्य और केंद्र सरकार द्वारा मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाने के कारण जिरीबाम के विभिन्न स्थानों पर आए दिन हिंसक घटनाएं हो रही हैं। वे कई महीनों से अपना घर-बार छोड़कर शिविरों में शरण लिए हुए हैं। कई घर जला दिए गए हैं, क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए सरकार की ओर से कोई उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है,इस शिविर में कई स्कूल और कॉलेज के छात्र हैं, उनकी पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है, उन्होंने राहुल गांधी को यह भी बताया कि उन्हें सरकार से राहत सामग्री भी नहीं मिल रही है। स्थानीय लोग और विभिन्न संगठन राहत सामग्री दान कर रहे हैं,वे लोग अपने-अपने घर वापस जाना चाहते हैं, उन्हें अपने-अपने घर लौटने के लिए शांति बनाए रखने की जरूरत है।’ उन्होंने राहुल गांधी से उस शांति को वापस लाने की मांग उठाई।उनकी सारी बातें सुनने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए उनकी बातें लोकसभा में रखेंगे, वह पिछले कुछ महीनों से मणिपुर में शांति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।