नई दिल्ली. नीट मामले में हुई गड़बड़ी को लेकर 38 याचिकाओं पर अगली सुनवाई अब 18 जुलाई को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार व एनटीए के हलफनामें पर याचिकाकर्ताओं को जबाव देने के लिए समय दिया है.
चीफ जस्टिस की बेंच ने कहा कि कोर्ट के 8 जुलाई के निर्देश के जवाब में केंद्र और एनटीए ने अपने हलफनामे दायर कर दिए हैं. हालांकि बेंच ने ये पाया है कि कुछ याचिकाकर्ताओं को अभी तक केंद्र और एनटीए के हलफनामे नहीं मिल पाए हैं. मामले की अगली सुनवाई 18 जुलाई को की जाएगी. सुनवाई के लिए आज कोर्ट में नीट का केस 40 से 45 मामले पर लिस्ट किया गया था.
केस 33 की सुनवाई के बाद सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि कल सबसे पहले नीट पर सुनवाई होगी. इसके बाद इसे सोमवार तक के लिए टाल दिया. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने केस की सुनवाई करने की रिक्वेस्ट की. फिलहाल कोर्ट ने अगली सुनवाई 18 जुलाई तक टाल दी है. सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई की बेंच के सामने नीट मामले की पहली सुनवाई 8 जुलाई को हुई थी. इसके बाद 11 जुलाई को अगली सुनवाई की डेट दी गई थी. सीबीआई जांच में सामने आया है कि गुजरात के गोधरा में एक सेंटर पर ओडिशा, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान व उत्तर प्रदेश राज्य के कैंडिडेटस ने एग्जाम दिया था. आरोपियों ने एग्जाम में कैंडिडेटस को एग्जाम के लिए गुजराती भाषा सिलेक्ट करने को कहा था. सुप्रीम कोर्ट में नीट-यूजी में गड़बड़ी को लेकर 38 याचिकाए लगाई गई हैं. इनमें से 34 याचिकाएंं स्टूडेंट्स, टीचर्स व कोचिंग इंस्टीट्यूट्स ने जबकि 4 याचिकाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने लगाई हैं.
सात राज्यों में हो चुकी है 42 गिरफ्तारियां-
पूरे देश में एनटीए के खिलाफ लगातार विरोध व प्रदर्शन किए जा रहे है. केंद्र सरकार ने 22 जून को नीट केस की जांच सीबीआई को सौंप दी. अब तक पेपर लीक केस की जांच 6 राज्यों तक पहुंच चुकी है. सीबीआई ने बिहार से 2 और झारखंड से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. गुजरात से भी 4 आरोपियों को रिमांड पर पूछताछ की जा रही है. 7 राज्यों से अब तक 42 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.