भोपाल. एमपी के उज्जैन में दुकानों पर संचालकों के नाम व जाति सहित पूरा विवरण लिखाने के आदेश पर पालिटिक्स शुरु हो गई है. कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी व विधायक फू लसिंह बरैया ने विरोध शुरु कर दिया. कांग्रेस ने कहा कि ये है नफरत की राजनीति. वहीं दूसरी ओर उज्जैन नगर निगम के सहायक जनसंपर्क आयुक्त ने बयान जारी कर कहा कि निगम ने किसी प्रकार का कार्यपालिक आदेश जारी नहीं किया है.. उन्होंने कहा कि नगर निगम किसी प्रकार क कोई कार्रवाई नहीं करने जा रही है. यहां तक कि इंदौर से भाजपा विधायक रमेश मेंदोला ने सीएम डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर मध्यप्रदेश में हर दुकान पर संचालक का नाम लिखने को लेकर नियम बनाने का अनुरोध किया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की जॉइनिंग के मौके पर कहा जल्द ही भाजपा किसी दिन पूछेगी की टीचर किस समाज का है किसे पढ़ाएगा. वहीं फूल सिंह बरैया ने कहा कि ये लोग ब्लड डोनेट करने वाले से भी पूछेंगे की उसकी जाति क्या है. भाजपा एक ऐसा विचार है जो सत्ता को धन के बल पर या बंटवारे के बल पर चाहती है. अभी भाजपा ने उज्जैन में दुकान पर संचालकों का नाम लिखवाने का आदेश दिया. दुकानों पर नाम प्रोपराइटर लिखने की व्यवस्था तो पहले से ही है. प्रशासन जब दुकान की अनुमति देता है तो उसमें यह लिखा होता है कि दुकान का प्रोपराइटर कौन है. लेकिन भाजपा घृणा और नफरत फैलाना चाहती है. किसी दिन ये पूछेंगे कि ब्लड किस जाति का है. ये टीचर की भी जाति पूछेंगे की किस जाति का है. किसको पढ़ाएगा, किसको नहीं. इस मौके पर विधायक फूलसिंह बरैया ने कहा कि भाजपा का मुख्य एजेंडा समाज में नफरत, जातिवाद, पक्षपात फैलाना है. वे यह चाहते हैं कि लोग जाति लिखेंगे तो अपने आप घृणा करने का मौका मिलेगा. आने वाले समय में जो लोग अस्पताल में ब्लड डोनेट करने आएंगे उनसे जाति पूछेगी. वो ये भी बताएगी की किसका ब्लड किसको चढ़ाया जा रहा है. 75 सालों में भेदभावए ऊंच-नीच, छुआ-छूत कम होने की तरफ आ रहा था. लेकिन भाजपा ने हजारों साल पहले वाली व्यवस्था की तरफ पहुंचा दिया है.