सनन्दन उपाध्याय/बलिया: खानपान की बात हो और मिठाइयों को याद न किया जाए, ऐसा कैसे हो सकता है. आज इन्हीं में से एक देसी मिठाई की बात हम करने जा रहे हैं. इस मिठाई का नाम सुनते ही लोग दीवाने हो जाते हैं और मुंह से पानी टपकता है. बिल्कुल सही सुना आपने. हम बात कर रहे हैं अनरसा मिठाई की. जिसका स्वाद हर किसी को खूब भाता है. सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि ये मिठाई जल्द खराब नहीं होती है. चावल, चीनी, खोआ और सफेद तिल से तैयार होने वाली इस मिठाई की डिमांड दूर-दूर तक रहती है.
35 सालों से बन रही है यह मिठाई
दुकानदार संजय कुमार गुप्ता ने बताया, ‘मैं इस मिठाई को लगभग 35 सालों से बना रहा हूं. यह मिठाई बहुत स्वादिष्ट और ज्यादा दिनों तक टिकने वाली होती है. गुजरात, मुंबई, असम और दिल्ली सहित बलिया के कोने-कोने से इसकी मांग आती है. सावन और रक्षा बंधन में तो इस मिठाई की धूम मच जाती है.’
कैसे बनती है अनरसा मिठाई
दुकानदार ने कहा कि इस मिठाई को बनाने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है. इसे आसानी से घर पर भी बनाया जा सकता है. यह लाजवाब स्वाद से भरपूर ज्यादा दिनों तक टिक जाती है. इसको चावल के आटे में थोड़ी सी चीनी और खोया डाल करके गोल-गोल रसगुल्ले का आकार दिया जाता है. फिर सफेद तिल ऊपर से लगाकर तेल में डाला जाता है. उसके बाद यह खाने लायक बन जाता है.
कितनी होती है कीमत
इसकी कीमत की बात करें तो बगैर खोया वाली अनरसा मिठाई ₹100 किलो और खोए वाली मिठाई ₹250 किलो ग्राहकों को दी जाती है. जनपद बलिया के रेलवे स्टेशन से NH 31 बलिया बैरिया मुख्य मार्ग पर लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर माल गोदाम चौराहे के पास संजय की दुकान स्थित है. जहां आप इस देसी मिठाई के स्वाद का आनंद ले सकते हैं.