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डिब्रूगढ़ ( असम ) , 27 जुलाई , संदीप अग्रवाल
असम की चाय नगरी डिब्रूगढ़ के ग्राहम बाजार स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में विराजित आचार्य गुरुवर श्री 108 विशुद्ध सागरजी महाराज के आज्ञानुवर्ती प्रभावक शिष्य श्रमण मुनि श्री 108 अरिजित सागर जी महाराज के सान्निध्य में 13 वां चातुर्मास मंगल कलश स्थापना समारोह गत दिनांक 25 जुलाई को बड़े ही धूमधाम व भक्तिभाव से सम्पन्न हुवा। इसके एक दिन पूर्व यानी 24 जुलाई को प्रातः 06.30 बजे से श्री जिनाभिषेक, शांतिधारा,गुरुदेव का मंगल प्रवचन, नित्य नियम पूजन , श्री 1008 शांतिनाथ विधान मंडल की पूजा, दिन के 9.30 बजे – गुरुदेव की आहारचर्या, सन्ध्या 05.30 बजे से मंगल कलशों का शुद्धिकरण महिला समाज द्वारा किया गया। सन्ध्या 6:30 बजे से संगीतमय आरती, गुरुभक्ति, आनन्द यात्रा एवं महाराज श्री का मंगल प्रवचन।
रात्रि 07.15 से ~ मंगल कलश स्थापना के दिन भव्य मंडप उदघाटन कर्ता परिवार का चयन डाक बोली द्वारा किया गया, जिसका सौभाग्य मेसर्स कुन्दनमल रूपचंद बगड़ा परिवार को मिला। रात्रि 07.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आमंत्रित कलाकार सुनील जैन एंड पार्टी द्वारा भजनों की अमृत वर्षा से हुई। इसमें समाज की ओर से धीरज देवी सेठी , अमित सेठी , शैलेश पहाड़िया और मनोज बगड़ा ने भी अपने भजन प्रस्तुत किए | सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान डिब्रूगढ़ के युवा पत्रकार संदीप अग्रवाल को भी समाज की ओर से पंचरंगी दुपट्टे से सम्मानित किया गया |
दिनांक 25 जुलाई 2024 वार बृहस्पतिवार को प्रातः 06.30 बजे से श्री का कलशाभिषेक हुआ जिसका सौभाग्य मेसर्स सोहनलाल पवन कुमार सुनील कुमार, नाहरलागुन परिवार वालों को मिला। शांतिधारा करने का सौभाग्य मेसर्स कमलचंद सरोज कुमार शैलेश कुमार पहाड़िया परिवार को मिला। चार कोनों के चार कलशों से कलश करने का सौभाग्य में. सोहनलाल सुभाष कुमार बगड़ा , मेसर्स कुंदनमल रूपचंद बगड़ा , मेसर्स सुभाष कुमार संतोष कुमार बड़जात्या तथा मेसर्स रिद्धकरण अमरचंद पाटनी परिवार को प्राप्त हुवा। तत्पश्चात गुरुदेव का मंगल प्रवचन हुवा। दिन के 12:30 बजे से श्री जिनाज्ञा, देवाज्ञा, गुरुदेव को निवेदन के साथ ही चातुर्मास मंगल कलश स्थापना समारोह का शुभारम्भ हुवा। दिन के 01.30 बजे से पुण्यार्जक परिवार मेसर्स कुन्दनमल रुपचंद बगड़ा परिवार के कर कमलों द्वारा चातुर्मास मंगल कलश स्थापना समारोह के ध्वजारोहण का कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम व भक्तिभाव के साथ सम्पन्न होने के बाद गुरुदेव का मंडप में प्रवेश हुवा एवं गुरुदेव मंचासीन हुवे। वहाँ आचार्यश्री का चित्र अनावरण एवम दीप प्रज्ज्वलन बाहर से आये हुए पदाधिकारियों एवम अतिथियों द्वारा किया गया। आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागरजी महाराज एवम मुनिश्री 108 अरिजित सागरजी महाराज का सामूहिक अर्घ्य चढ़ाया गया।
समाज अध्यक्ष डॉ महेश कुमार झांझरी नें स्वागत सम्बोधन करते हुवे बताया की श्री दिगम्बर जैन समाज, ग्राहम बाजार के सदस्यों ने एक भावना भाई थी कि गुरुदेव अरिजित सागर जी मुनिराज का मंगल चातुर्मास इस बार हमारे मंदिर जी में होना चाहिए और समाज सदस्यों, माताओं बहनों ने तेजपुर जाकर गुरुदेव के समक्ष श्रीफल समर्पित कर अपनी भावना प्रकट की। गुरुदेव ने हमारा निवेदन स्वीकार कर हमारा सपना साकार किया। 21 दिनों की पैदल यात्रा के पश्चात गुरुदेव का डिब्रूगढ़ में भव्य मंगल प्रवेश हुआ जो एक ऐतिहासिक क्षण था जिसे हम कभी भुला नहीं पाएंगे। गुरुदेव के तेजपुर से विहार के दौरान तेजपुर जैन समाज, बोकाखात जैन समाज, जोरहाट जैन समाज ने महती भूमिका निभाई जिसकी जितनी प्रसंसा की जाए वह कम है। जैन समाज, ग्राहम बाजार ने जोरहाट जैन समाज से गौरीसागर में ध्वज धारण कर आगे बढ़े। गौरी सागर, शिवसागर, साईबाबा मंदिर, डीमो, झूलन, मोरानहाट, चिनीमिल, घुरनिया चाय बागान, एवं मेसर्स आसाम ऑटो एजेंसीज आदि समाज बंधुगण के सहयोग और रात्रि विश्राम और आहार चर्या में सहभागिता हम कभी भुला नहीं सकते। सभी को धन्यवाद सह आभार। आज जितने भी समाज के सदस्य यहां मंदिरजी में चातुर्मास स्थापना के कार्यक्रम में उपस्थित हुवे है उन्हे धन्यवाद सह आभार। चातुर्मास के मंगल कलशों की स्थापना हेतु पात्रों का चयन डाक बोली द्वारा किया गया, चातुर्मास का मुख्य कलश लेने का सौभाग्य मिला मेसर्स श्रीपाल अशोक कुमार शुमम कुमार पाटनी परिवार, डिब्रूगढ़ व गुवाहाटी को, धर्मतीर्थ कलश लेने का सौभाग्य मिला मेसर्स सोहनलाल पवन कुमार सुनील कुमार छाबड़ा परिवार, नाहरलागून को, रतनत्रय कलश लेने का सौभाग्य मिला मेसर्स हरकचंद हुलास चंद सेठी परिवार, तिनसुकिया को, वाचना कलश लेने का सौभाग्य मिला मेसर्स जोरावरमल विमल कुमार विकास कुमार बगड़ा परिवार डिब्रूगढ़ को,साधना कलश लेने का सौभाग्य मेसर्स ईश्वरलाल रतनी देवी हंसराज पाटनी परिवार को मिला,महाराज श्री को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य मेसर्स जोरावरमल राजेश कुमार बगड़ा परिवार को मिला,पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य सिलापथार जैन समाज को मिला एवं 21 परिवारों को 21 रजत कलश स्थापना करने का सौभाग्य मिला।
चातुर्मास के चार मुख्य पुण्यार्जक परिवारों का स्वागत व सम्मान समाज द्वारा किया गया,जिनके नाम इस तरह से है : – मेसर्स सोहनलाल सुभाष कुमार बगड़ा परिवार, डिब्रूगढ़, मेसर्स गोपीलाल महेशकुमार झांझरी परिवार डिब्रूगढ़/आमगुड़ी, मेसर्स जोरावरमल कमल कुमार, विमल कुमार,राजेश कुमार बगड़ा परिवार, डिब्रूगढ़ तथा मेसर्स कुन्दनमल रूपचंद बगड़ा परिवार, डिब्रूगढ़। समाज सचिव श्री अनिल कुमार बगड़ा ने सभी बाहर से पधारे हुवे अतिथियों व कार्यकर्ताओ का आभार व्यक्त किया।
मंगल कलशों की स्थापना समारोह के कार्यक्रमों का संचालन बाहर से आमंत्रित अंतराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध विद्वान डॉ कमलेश जी शास्त्री, वाराणसी के द्वारा किया गया समिति के सांस्कृतिक विभाग के सदस्य शैलेश पहाड़िया व मनोज बगड़ा ने कार्यक्रम का संचालन किया। चातुर्मास स्थापना समारोह के समापन के पश्चात सन्ध्या समय में होनेवाले वात्सल्य भोजन के पुण्यार्जक बनने का सौभाग्य मेसर्स ईश्वरलाल रतनी देवी हंसराज जैन परिवार को मिला। ज्ञात हो की चातुर्मास के दौरान बाहर से पधारे हुवे अतिथियों के समुचित आवास एवम् भोजन की व्यवस्था समाज द्वारा की गयी है।
कार्यक्रम के अन्त में श्री अरिजित सागर पावन वर्षायोग समिति(अन्तर्गत श्री दिगम्बर जैन मन्दिर पंचायत, ग्राहम बाजार, डिब्रूगढ़ )के अध्यक्ष श्री सरोज कुमार पहाड़िया व मुख्य संयोजक श्री सुभाष बगड़ा ने सभी अथितियों व समाज बन्धुओं , वर्षायोग समिति के सदस्यों , मित्र संघ व महिला समाज का आभार जताया और आनेवाले दिनों में चातुर्मास के अन्तर्गत होने वाले सभी कार्यकमों में भी पधारने का निवेदन किया। यह जानकारी श्री दिगम्बर जैन मंदिर पंचायत के प्रचार सचिव श्री पंकज गोधा तथा मोतीलाल पांड्या ने संयुक्त रूप से दी है ।