जबलपुर. एमपी की सबसे बड़ी कांवड़ यात्रा आज जबलपुर में निकली, जिसमें हजारों कांवडि़ए गौरीघाट से नर्मदा जल लेकर 35 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर कैलाशधाम मटामर पहुंचे. अपने कंधे में कांवड़ लेकर चल रहे शिवभक्तों का शहर भर में भव्य स्वागत किया गया. इस मौके पर क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष शैलेन्द्रसिंह सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी कांवडिय़ों का स्वागत किया. कांवड़ यात्रा में खासबात यह रही कि सभी कांवडि़ए नर्मदा जल के साथ एक एक पौधा लेकर भी चल रहे थे. जिसे कैलाशधाम की पहाड़ी पर लगाया गया है.
बताया गया है कि सावन के दूसरे सोमवार को सुबह पांच बजे 60 हजार से ज्यादा कांवडिय़ों ने कैलाशधाम के लिए पैदल यात्रा शुरु की. जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग व महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई. कांवड़ यात्रा गौरीघाट से रामपुर, आदिगुरु शंकराचार्य चौक, शास्त्रीब्रिज, बस स्टेंड, तीनपत्ती, मालवीय चौक, लार्डगंज, बड़ा फुहारा, कमानिया, सराफा बाजार, खटीक मोहल्ला, फूटाताल, गुरंदी, घमापुर, शीतलामाई, कांचघर, जीसीएफ, गोकलपुर, रांझी होते हुए दोपहर दो बजे कैलाशधाम पहुंची. जहां पर भगवान महादेव का नर्मदा जल से अभिषेक किया गया. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कांवड़ यात्रा को संत, आचार्यो का आर्शीवाद प्राप्त हुआ. इस दौरान कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जगह जगह मंच लगाकर कांवडिय़ों का स्वागत किया गया. तीनपत्ती चौराहा पर क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, महापौर जगतबहादुरसिंह अन्नू सहित पप्पू भैया, पियूष सिंह, उद्योगपति अजीत समदडिय़ा सहित अन्य लोगों ने स्वागत किया. गौरतलब है कि करीब 14 वर्षो से निकल रही संस्कार कांवड़ यात्रा में प्रदेश के मंत्री से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल हो चुके है. जिसकी भव्यता की चर्चा आज पूरे प्रदेश में होती है.