नई दिल्ली. भारत के उदीयमान रेसलर अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती इवेंट में कांस्य पदक जीत लिया है. अमन ने पेरिस खेलों के 14वें दिन ब्रॉन्ज मेडल मैच में प्यूर्तो रिको के पहलवान डारियन क्रूज को 13-5 से हराया. भारत का इस ओलंपिक में यह ओवरऑल छठा मेडल है. इस तरह भारत ने पिछले 4 ओलंपिक से कुश्ती में मेडल जीतने की प्रथा को बरकरार रखा. भारतीय पहलवान साल 2008 से 2024 तक लगातार ओलंपिक में पदक जीतते आए हैं.
उन्होंने कांस्य पदक के मुकाबले में शुरू ही से दबाव बनाते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी को ज्यादा मौके नहीं दिए. भारत का पेरिस ओलंपिक में यह छठा पदक है. इससे पहले निशानेबाजी में मनु भाकर ( 10 मीटर एयर पिस्टल ), मनु भारत और सरबजोत सिंह ( 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम ), स्वप्निल कुसाले ( 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस ) और भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीते जबकि स्टार भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने रजत पदक हासिल किया.
इससे पहले, अमन सहरावत (Aman Sehrawat) सेमीफाइनल में टॉप सीड जापान के रेई हिगुची से हार गए थे. इस हार के साथ उनका गोल्ड जीतने का सपना टूट गया था. हरियाणा के अमन ने अपने दोनों शुरुआती बाउट तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीते थे. उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में पूर्व यूरोपीयन चैंपियन नॉर्थ मासेडोनिया के व्लादिमिर इगोरोव को 10-0 से शिकस्त दी. इसके बाद क्वार्टर फाइनल में अल्बेनिया के जेलीमखान अबाकारोव को 12-0 से पटखनी दी.
अमन पहले राउंड में 6-3 से आगे
अमन सहरावत ने पहले राउंड में 6-3 की बढ़त बनाई. उन्होंने इस मुकाबले में शानदार शुरुआत की. अमन ने पहले राउंड में शानदार बचाव करते हुए अंक अपने नाम किए.
कुश्ती में ओलंपिक में भारत को कब कब मिले मेडल
हॉकी के अलावा कुश्ती पहला ऐसा खेल था जिसमें भारत ने ओलंपिक पदक जीता था. केडी जाधव ने 1956 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता और इस तरह वे देश के स्वतंत्र इतिहास में व्यक्तिगत खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे. 2008 के बीजिंग ओलंपिक में सुशील कुमार के सनसनीखेज प्रदर्शन से पहले तक इस खेल से कोई पदक नहीं मिला था. सुशील ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 66 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
इसके बाद वे लगातार ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए, जब उन्होंने 2012 के लंदन ओलंपिक में पुरुषों की फ्रीस्टाइल 66 किग्रा में सिल्वर मेडल जीता. इसके बाद साक्षी मलिक ने 2016 के रियो ओलंपिक में महिलाओं की 58 किग्रा में कांस्य पदक जीतकर इस सूची में अपना नाम शामिल किया. बजरंग पूनिया और रवि दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में क्रमशः कांस्य और रजत पदक जीतकर बड़ी उपलब्धि दर्ज की.