धुबड़ी (असम),। जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने आज नौका से धुबड़ी जिले के गोलकगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गंगाधर नदी के तट पर कई स्थानों का दौरा किया। इस दौरान मंत्री ने जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित तटबंध का निरीक्षण किया और असम-पश्चिम बंगाल सीमा क्षेत्र के लगभग एक किलोमीटर के क्षेत्र में आवश्यक बाढ़ रोधी उपायों का जायजा लिया।
जल संसाधन मंत्री ने सबसे पहले जिले के कईमारी कथालतली से नाव से गंगाधर नदी के ऊपरी हिस्से तक की अपनी यात्रा शुरू कर भलारखास नामक स्थान पर पहुंचे।
इस स्थान पर पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग का एक बांध 2022 में टूटकर आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का कारण बन रहा था। पिछले साल मंत्री हजारिका के निर्देश पर जल संसाधन विभाग ने बांध के निर्माण के लिए टूटे हिस्से की मरम्मत कर उपाय किए थे। करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे बांध निर्माण के कारण 40 गांवों में करीब 1,900 हेक्टेयर कृषि भूमि और करीब 90 हजार लोगों को बाढ़ से मुक्त कराया गया है। मंत्री के दौरे के दौरान स्थानीय लोगों ने जल संसाधन विभाग द्वारा किए गए कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।
कईमारी में इस स्थान से नाव से फिर से अपनी यात्रा शुरू करते हुए, मंत्री पूर्व विधायक अश्विनी रॉय सरकार और मंडल के मुख्य अभियंता सहित अन्य अधिकारियों के साथ बाकडोक्रा गांव पहुंचे। बाकडोक्रा क्षेत्र में बहने वाली गंगाधर नदी के बाईं ओर का ऊपरी और निचला हिस्सा पश्चिम बंगाल के अंतर्गत आता है, जबकि नदी का करीब एक किलोमीटर की सीमा असम में है। नदी के इस एक किलोमीटर लंबे हिस्से को खोले जाने से असम के बाकडोक्रा, गारोपारा, घृतिनकुटी आदि कई गांवों में बाढ़ आ जाती है।
जल संसाधन मंत्री ने आज घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों और विभागीय इंजीनियरों के साथ बाढ़ और कटाव की समस्याओं का जायजा लिया। मंत्री ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि नवंबर-दिसंबर में अत्याधुनिक तकनीक के साथ क्षेत्र में जियो मेगा बैग और जियो ट्यूब स्थापित करके बांध का निर्माण किया जाएगा। मंत्री ने विभागीय अभियंताओं को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।