प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष १५ सितम्बर दिन रविवार को शिलचर उन्नयन भवन रोड स्थित हिन्दी भवन में बराक हिन्दी साहित्य समिति द्वारा हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। सुबह १०-३० बजे विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें भिन्न विद्यालयों के शिक्षक/शिक्षिका निर्णायक के रूप में उपस्थित थे। समिति के सक्रिय सदस्य बिन्दु सिंह ने प्रभावी रूप से इस कार्यक्रम का संचालन किया। उसके बाद समिति के आजीवन सदस्य रिंकु काबरा के संचालन में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण दक्षिण असम से आमंत्रित कवि एवं कवयित्रीयों के नाम हैं सुषमा पारख, कमला सोनार, मृदुला भट्टाचार्जी, देवोलिना राय, स्वागता चक्रवर्ती, घनश्याम पाण्डेय, चंदन त्रिपाठी, जयप्रकाश ग्वाला, सर्वेश स्वर्णकार, योगेश दुबे एवं मनीषा देब। सभी कवियों को राजन कुँवर ने व्यक्तिगत रूप से उपहार में पुस्तके भेंट की।
कवि सम्मेलन के बाद बराक घाटी के प्रख्यात साहित्यकार, प्रकाशक सेवानिवृत्त शिक्षक अशोक वर्मा के बालार्क प्रकाशन द्वारा इस क्षेत्र के हिन्दी साहित्य में अवदान के लिए पण्डित घनश्याम पाण्डेय शास्त्री, डाॅ सुजीत तिवारी एवं युवा कवि सर्वेश स्वर्णकार को सम्मानित किया गया। इस आयोजन का संचालन किया समिति के उपाध्यक्ष बाबुल नारायण कानू ने। तत्पश्चात मुख्य समारोह में मंचासीन थे अध्यक्ष परमेश्वर लाल काबरा, मुख्य अतिथि लखीपुर के विधायक कौशिक राय, अतिथि गण डाॅ सन्तोष रंजन चक्रवर्ती, जवाहर लाल राय, लक्ष्मीनिवास कलवार, रामकुमार कोइरी, शशिकुमार सिंह एवं डाॅ अमित कलवार। स्वागत भाषण दिया परमेश्वर लाल काबरा ने एवं सभा का उद्देश्य महासचिव दुर्गेश कुर्मी ने बताया। इस समारोह में बराक घाटी के चार हिन्दी सेवी एवं समाजसेवक रामकुमार कोइरी, स्वर्गीय रोहित भाटी (मरणोत्तर), शशिकुमार सिंह को सम्मानित किया गया एवं एक महानुभाव डाॅ शुभजीत चक्रवर्ती विशेष कारण से उपस्थित नहीं हो पाए। सभी सम्मानित अतिथियों को बालार्क प्रकाशन तथा समिति के आजीवन सदस्य राजन कुँवर की ओर से पुस्तकें दी गई।
विधायक कौशिक राय ने अपने संबोधन में कहा कि लखीपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित छोटा मामदा हिंदी उच्च विद्यालय को असम सरकार द्वारा २०२५ ई. में हिंदी माध्यम के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में उन्नत किया जायेगा ताकि विद्यार्थी बारहवीं कक्षा तक हिंदी माध्यम में पढ़ सके। उन्होंने एक प्रस्ताव दिया कि बराक हिंदी साहित्य समिति को एक प्रदेश स्तर के संस्था के रूप में विकसित किया जाये एवं इसका नाम असम हिंदी साहित्य समिति रखा जाये। उन्होंने कहा जिस प्रकार असम सरकार की ओर से असम साहित्य सभा सह दूसरे भाषाओं के साहित्य सभाओ को आर्थिक सहयोग प्राप्त होता हैं, बराक हिंदी साहित्य समिति को भी प्रयास करनी चाहिए आर्थिक सहयोग प्राप्त करने हेतु। उन्होने यह कहा कि असम सरकार द्वारा हिंदी शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। बराकघाटी के लोगों की माँग के अनुसार घुंघूर स्थित मंगल पाण्डेय चौक पर भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम बलिदानी मंगल पाण्डेय की मूर्ति स्थापित की जायेगी। असम के मुख्यमंत्री ने इसकी अनुमति दे दी हैं। उनका प्रस्ताव हैं कि अगले वर्ष ८ अप्रैल को मंगल पाण्डेय के बलिदान दिवस के अवसर पर वहाँ उनकी मूर्ति स्थापित की जाएँ। असम चाय निगम के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला ने हिन्दी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारतवर्ष की विशेषता हैं विविधता में एकता एवं इस एकता को रखने में हिंदी भाषा अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा बहुभाषिक राष्ट्र भारत में लोग एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने से अपनी भाव अधिकांश क्षेत्र में हिंदी में प्रकाश करते हैं। राजदीप ग्वाला ने कहा कि वह बराक हिंदी साहित्य समिति से जुड़े हुए हैं। दूसरे भाषिक समुदायों को भी उन्होंने हिंदी भाषा को महत्व देने के लिए अनुरोध किया। तत्पश्चात प्रतियोगिता में विजयी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। समिति के पूर्व कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार कुर्मी ने मुख्य समारोह का संचालन किया। इसके बाद अनूप पटवा के संचालन में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
अन्त में राष्ट्रगीत के बाद समारोह की समाप्ति घोषणा की गई। इस हिंदी दिवस समारोह को सफल बनाने में सहयोग किया हैं कार्यालय सचिव प्रमोद जायसवाल, कोषाध्यक्ष बंशीलाल भाटी, संगठन सचिव युगल किशोर त्रिपाठी, पूर्व महासचिव अरुण महतो, प्रचार सचिव लालन प्रसाद ग्वाला, सक्रिय सदस्य कमला सोनार, सविता जायसवाल, किरण त्रिपाठी, अपर्णा तिवारी, सुरेश चंद्र त्रिवेदी, हरीश काबरा, अनिल मिश्रा, डाॅ संतोष चतुर्वेदी एवं अन्य लोगो ने। इस समारोह में विशेष रूप से जो उपस्थित थे वे हैं कन्हैयालाल सिगोंदिया, गिरिजा शंकर अग्रवाल, सांवरमल काबरा, सन्तलाल सिंह, रामस्वार्थ सिंह, संजीव कानू , कौशल कुमार सिंह, मदनमोहन कोईरी, विश्वजीत कोईरी, फुलमती कलवार, डाॅ मंजरी कलवार, जयप्रकाश सिंह, विजय कानू , आनंद दुबे, राजु वर्मा, सीमा गोस्वामी, उर्मिला कानू , अनिमा कुर्मी, सोना सिंह, टीना वर्मा एवं अन्य लोग।
प्रचार सचिव, लालन प्रसाद ग्वाला द्वारा।