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प्रे.स. शिलचर 28 सितंबर: 24 सितंबर 2024 को पूरे राज्य की तर्ज पर शिलचर सदर शिक्षा अनुभाग के प्रबंधन के तहत सदरघाट स्थित टाउन हाई स्कूल में आगमनात्मक शिक्षण पर पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ था।
दीप प्रज्वलन और संगीत से उद्घाटन सत्र प्रारंभ हुआ।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उधारबंद डाइट के प्राचार्य श्री जीवेंदु दत्ता, डाइट के श्री सरथ शर्मा, शिलचर सदर शिक्षा क्षेत्र की आईईआरपी सुश्री झूमा भट्टाचार्य, शिलचर सदर शिक्षा क्षेत्र की बीआरपी सुश्री संदीपा चक्रवर्ती, विशिष्ट अतिथि प्रशिक्षक सर्बश्री चंपक चंद्र साहा, विश्वजीत घोष, संजय बसुमतारी, मायाज़ुल इस्लाम बरभुइया (आरपी, आईई), श्रीमती झुमा भट्टाचार्य (आरपीआईई) उपस्थित थे। प्रशिक्षण स्थल प्रभारी एवं तकनीकी सहायक सीआरसीसी श्री राहुल शील, स्थल प्रभारी सीआरसीसी श्री दिलसाद अहमद लश्कर भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण के उद्देश्य को समझाते हुए झूमा भट्टाचार्य ने अपने भाषण में स्कूलों में आत्मविश्लेषणात्मक शिक्षण शिक्षकों की महान भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने समाज के सभी स्तरों पर व्यक्तियों के उत्तरदायित्व एवं कर्तव्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की। डायट प्राचार्य जिवेंदु दत्ता ने प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने और इसे स्कूल स्तर पर लागू करने का आग्रह किया।
इस कार्यशाला में 85 शिक्षकों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण 24 से 28 सितंबर तक प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक 2 कमरों में आयोजित किया जाएगा. प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण पुस्तिका में विकलांग बच्चों के लिए उपयुक्त विभिन्न विषयों पर चर्चा की और सभी प्रशिक्षुओं ने विभिन्न प्रकार की शिक्षण सामग्री तैयार की। प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षणार्थियों द्वारा निर्मित विभिन्न शिक्षण सामग्रियों की प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता की निर्णायक उधारबंद डायट की प्रवक्ता श्रीमती दीपानविता पाल थीं। प्रशिक्षण की खास बात यह रही कि प्रशिक्षण ठीक 10 बजे शुरू हुआ। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण को इतने अच्छे ढंग से संचालित करने में सहयोग किया कि प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। मैडम झूमा भट्टाचार्य ने प्रत्येक प्रशिक्षु को धन्यवाद दिया। अंत में सभी को प्रशिक्षण मॉड्यूल एवं प्रमाणपत्र दिये गये। कोच चंपक साहा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में इस खबर की जानकारी दी.