मां दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार
गुवाहाटी, 04 अक्टूबर (हि.स.)। नवरात्र की शुरुआत के साथ ही देशभर की तरह असम में भी दुर्गा पूजा की धूम मच रही है। राजधानी गुवाहाटी समेत राज्यभर में व्यापक पैमाने पर दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। हर तरफ पंडाल, सवाहन सपरिवार माता दुर्गा की प्रतिमाएं आदि तैयार की जा रही हैं। वहीं, पूजा स्थलों पर गुरुवार से ही कलश स्थापना के साथ पूजा अर्चना शुरू हो गई।
उल्लेखनीय है कि कलश स्थापना के दिन मां दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की पूजा हुई। जबकि आज, द्वितीया को ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा की जा रही है। इसी प्रकार नवरात्र में प्रत्येक दिन क्रमशः तृतीया को चंद्रघंटा, चतुर्थी को कुष्मांडा, पंचमी को स्कंदमाता, षष्ठी को कात्यायनी, सप्तमी को कालरात्रि, अष्टमी को महागौरी तथा नवमी को दुर्गा के सिद्धिदात्री रूप की पूजा की जाएगी। दसमी को दसहरा के दिन पूर्णाहुति के साथ ही मूर्ति विसर्जन किया जाएगा। ऐसी शास्त्रीय मान्यता है कि भगवान श्री रामचंद्र जी ने लंका की युद्ध भूमि में शारदीय नवरात्र के दौरान माता के इस नवो रूप की पूजा की थी। माता के प्रसन्न होने के बाद दशमी को श्री रामचंद्र जी रावण का वध करने में सफल हुए थे। इसी मान्यता के अनुरूप देश के कई हिस्सों में दसवीं के दिन रावण का पुतला भी जलाया जाता है।
दुर्गा पूजा के मौके पर राजधानी गुवाहाटी शहर को रोशन किया जा रहा है। सरकारी विभागों द्वारा फुटपाथों तथा सरकारी दीवारों की रंगाई पुताई आदि कराई रही है। वहीं, दुर्गा पूजा समितियां द्वारा भी अपने-अपने इलाके में साफ सफाई तथा रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही हैं।
प्रत्येक वर्ष दुर्गा पूजा के मौके पर राज्य की अनेक पूजा समितियों द्वारा लॉटरी आदि का आयोजन किया जाता था। इस बार लॉटरी के आयोजन को गौहाटी उच्च न्यायालय के आदेश से रोक दिया गया है। प्रशासन लॉटरी के आयोजकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर रहा है। वहीं, असम सरकार द्वारा चंदा वसूली को अपराध के दायरे में लाने के बाद से राज्य की जनता को ऐसे विशेष अवसरों पर राहत मिली है। लोग अपनी स्वैच्छा से दुर्गा पूजा स्थलों पर जाकर यथाशक्ति चंदा देते हैं। वहीं, राज्य सरकार प्रत्येक दुर्गा पूजा आयोजन समिति को इस बार आयोजन के लिए आर्थिक सहायता दे रही है। जिससे पूजा समितियां के लिए आयोजन करना आसान हो गया है।
इसी बीच हस्त नक्षत्र के शुरू होने के साथ ही बीते तीन दिनों से राज्य में हो रही लगातार बारिश के कारण पूजा के आयोजन में बाधा उत्पन्न हो रही है। बावजूद इस बरसात के लोग बड़ी संख्या में बाजारों में पूजा की खरीदारी करने के लिए उमड़ रहे हैं। लोगों की उमड़ती भीड़ के कारण राजधानी गुवाहाटी के लोग कई दिनों से भयंकर ट्रैफिक जाम की स्थिति का सामना कर रहा है। सीटी ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हो रही है।