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लखीमपुर 23 अक्टूबर- असम सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट ने आज एक “नेटवर्किंग एंड कन्वर्जेंस” बैठक का आयोजन किया। बैठक में जिले के कई विभागों के प्रमुखों ने भाग लिया और बाल संरक्षण के लिए आपसी समझ और सहयोग के लिए “असम सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट” के साथ मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। भविष्य में उनका पालन-पोषण किया जाता है। बैठक में सर्व शिक्षा अभियान की “जिला कार्यक्रम पदाधिकारी” निभा रानी शेखिया, आई.सी.डी.एस. उपस्थित थे। प्रोजेक्ट लखीमपुर “पर्यवेक्षक” रंजीता बेगम, डीसीपीयू लखीमपुर संरक्षण अधिकारी (आईसी) प्लाबिता दास, संयुक्त। डीएचएस लखीमपुर डॉ. धीरेन शैकिया, श्रम अधिकारी राणा इंति, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. लोब कुमार डेका (मुख्यालय), चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक श्यामलिका हजारिका के साथ विभिन्न सदस्य, बाल विकास परियोजना अधिकारी तेलही ब्लॉक लखीमपुर मंजीत शर्मा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कोनेकेश्वर डेका, डीएलएसए लखीमपुर के सदस्य, जिला मिशन समन्वयक (डब्ल्यूसीडी) प्रांगना बोरा और लिंग विशेषज्ञ कल्पिता डेका उपस्थित थे।गैर सरकारी संगठन असम सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट ने लखीमपुर जिले में बच्चों को न्याय तक पहुंच नामक एक परियोजना शुरू की है और जिले में बाल विवाह, तस्करी और बाल श्रम को रोकने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं, राज्य समन्वयक अपूर्बा शर्मा ने कहा, विभागीय उपस्थित ने कहा कि संगठन समय पर सभी विभागों के साथ मिलकर काम करेगा बाल संरक्षण अधिकारी भी हैं अधिकारी उन्होंने इस उद्देश्य के लिए सहयोग प्रदान करने का वादा किया।