रानू दत्त शिलचर, 25 अक्टूबर: जनता ही शक्ति का स्रोत है। सरकार और प्रशासन से अपेक्षा की जाती है कि वे जनता के समग्र कल्याण के लिए अपनी जिम्मेदारियां निभाएं। लेकिन, कई मामलों में देखा गया है कि प्रशासन में अंततः वर्चस्ववादी मानसिकता होती है। इसके विषैले परिणाम लोगों को भुगतने पड़ते हैं और विकास की सामान्य प्रक्रिया भी बाधित हो जाती है। इस स्थिति का अंत हर हाल में वांछनीय है। शुक्रवार को बराक नागरिक संसद की पहल पर शिलचर प्रेस क्लब में पत्रकार विश्वजीत रायवर्मन की पांचवीं पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में यह राय सामने आयी। चर्चा का विषय था “सरकार, प्रशासन, जनता और सत्ता का दायरा।” वक्ताओं ने विश्वजीत रायवर्मन के कामकाजी जीवन को याद किया। विश्वजीत रायवर्मन मेमोरियल पत्रकारिता पुरस्कार संहिता नाग को दिया गया। शिलचर प्रेस क्लब के अध्यक्ष, युगशंख पत्रिका के अध्यक्ष, विजयकृष्ण नाथ, उपाध्यक्ष रितेन भट्टाचार्य, नागरिक संसद के प्रधान सचिव ने भाषण दिए। संजीत देबनाथ की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में एसोसिएट प्रोफेसर सुब्रत देव, राधामाधव कॉलेज के प्रोफेसर सूर्यसेन देव, पत्रकार चयन भट्टाचार्य, सामाजिक कार्यकर्ता आरती दास, कवयित्री कस्तूरी होमचौधरी, कवयित्री जयंती दत्ता, शिक्षिका जयश्री रायवर्मन दास शामिल थे। सामाजिक कार्यकर्ता दुलाल देव, पत्रकार मकसुदुल चौधरी, पत्रकार देवदुलाल मालाकार, कवि मृदुला भट्टाचार्य, पत्रकार मेघनाथ कर आदि। दो कलाकारों अनन्या रायवर्मन और श्रावणी सरकार ने संगीत प्रस्तुत किया। प्रारंभ में विश्वजीत रायवर्मन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पुरस्कार विजेता पत्रकार संहिता नाग को उत्तरीय, माल्यापर्ण, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, मेडल, धनराशि, पेन आदि देकर सम्मानित किया गया।