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पूर्वोत्तर में एक युद्ध, नशा के विरुद्ध छेड़ना पड़ेगा- सुरेंद्र जैन

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हाफलॉन्ग में गर्ल्स कंप्यूटर लर्निंग सेंटर के उद्घाटन समारोह में बोले विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव
विशेष प्रतिनिधि हाफलॉन्ग, 27 अक्टूबर: पूर्वोत्तर में युवा पीढ़ी को बचाने के लिए एक युद्ध, नशा के विरुद्ध छेड़ना पड़ेगा। आज हाफलॉन्ग में उत्तर पूर्वांचल जनजाति सेवा समिति द्वारा आयोजित जया थाउसेन गर्ल्स कंप्यूटर लर्निंग सेंटर के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने उपरोक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। असम की प्रशासनिक सेवा परीक्षा में डीमा हासाओं की दो दिमासा लड़कियां चयनित हुई है। यहां अब हिंदी शिक्षक भी मिल रहे हैं। मुझे पता चला है यहां हाफलंगी हिंदी चलती है। यहां की लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इसलिए यहां लड़कियों के लिए कंप्यूटर लर्निंग सेंटर खोला जा रहा है। उन्होंने डीमा हासाओं के मुख्य कार्यकारी सदस्य देवोलाल गार्लोसा की सराहना की।
श्री जैन ने कहा कि पहले उधर के लोग मार्गदर्शन करते थे, अब पूरे देश को मार्गदर्शन के लिए पूर्वोत्तर तैयार है। पहले यहां पगडंडी आती थी, अब यहां हाईवे बन रहा है। उन्होंने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण जरूरी है। टेक्नोलॉजी के प्रयोग से उन्नति हो रही है। पूरे देश में पूर्वोत्तर की गलत पहचान बना दी गई थी। उन्होंने कहा कि यहां का नृत्य; संस्कृति और ईश आराधना का महत्वपूर्ण हिस्सा है, एक साधना है। उन्होंने बताया कि इसी जिले के एक कार्यक्रम में नृत्य के साथ डेढ़ घंटे सूर्य पूजा देखकर वे भाव विभोर हो गए थे। यहां प्रकृति की साधना आराधना चलती है, लोग प्रकृति के साथ एकात्म भाव रखते हैं।
उन्होंने कहा कि विविधताओं से भरा यह क्षेत्र है। यहां 145 जनजातियां रहती है, उनमें आपसी संघर्ष की बात साजिश पूर्वक फैलाई गई। संस्कृति के संरक्षण के लिए जनजाति समितियां विशेष भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में नशा एक बड़ी चुनौती है। पूर्वोत्तर में युवा पीढ़ी को बचाने के लिए एक युद्ध नशा के विरुद्ध हम सबको छेड़ना पड़ेगा। नशा मुक्त हाफलॉन्ग, नशा मुक्त डीमा हासाओं, नशा मुक्त असम और धीरे-धीरे पूरा पूर्वोत्तर करना होगा। उन्होंने बताया कि वे 30 साल से पूर्वोत्तर से जुड़े हुए हैं और पूर्वोत्तर के परिवर्तन को नजदीक से देख रहे हैं। आज पूर्वोत्तर आतंकवादी गतिविधियों से मुक्त हो रहा है, यहां महाभारत काल और इससे पहले की गतिविधियां मिल रही है। इस दिशा में काम करने की जरूरत है।
पूर्वोत्तर में ब्रिटिश साम्राज्य की पूरी मदद के बावजूद चर्च केवल 18% धर्मांतरण कर पाया। जबकि अमेरिका, अफ्रीका 50 साल में ही धर्मांतरित हो गए। इतनी मजबूत है हमारी संस्कृति। विश्व हिंदू परिषद ईसाइयत या किसी का विरोधी नहीं है। विश्व हिंदू परिषद चाहता है, सब अपनी-अपनी पद्धति का पालन करें, कोई किसी के साथ जोर जबरदस्ती ना करें।
सर्वप्रथम नवनिर्मित भवन में कंप्यूटर सेंटर और सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि C-Edge technologies ltd. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील कुमार टंडन, विशेष अतिथि डॉक्टर सुरेंद्र जैन, मुख्य कार्यकारी सदस्य देबोलाल गार्लोसा आदि अतिथियों द्वारा किया गया। अतिथियों के आसन ग्रहण के पश्चात दीप प्रज्वलन से उद्घाटन समारोह का शुभारंभ हुआ। उत्तर पूर्वांचल जनजाति सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने मंचासीन अतिथियों, C-Edge technologies ltd.की एच आर चेरी डेकोस्टा, अकाउंट मैनेजर गीतिन भारद्वाज तथा स्थानीय भाजपा  नेताओं और विशिष्ट व्यक्तियों का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। मंचासीन अतिथियों में मुख्य अतिथि, विशेष अतिथि सहित हेरक्का संस्था के प्रमुख पद्मश्री रामकुई जेमी, विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री दिनेश तिवारी, प्रांत अध्यक्ष शांतनु नायक, जनजाति सेवा समिति के अध्यक्ष संदेश अर्धव, सचिव विकास कौशिक, भूमिदाता स्वर्गीय के के होजाई के पुत्र समुद होजाई आदि शामिल थे। दिमासा छात्राओं ने परंपरागत नृत्य प्रस्तुत किया। समिति के सभापति संदेश जी ने स्वागत वक्तव्य में बताया कि कंप्यूटर सेंटर स्वाधीनता संग्रामी जया थाउसेन के नाम पर बना है।
डीमा हासाओं काउंसिल के मुख्य कार्यकारी सदस्य देबोलाल गार्लोसा ने अपने वक्तव्य में कंप्यूटर सेंटर के लिए दान देने वाले कंपनी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि दिमासा लड़कियों की उन्नति के लिए जितना भी हो सकेगा, हम मिलजुल कर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि लड़का लोग नशा आदि गलत रास्ते पर चले जाते हैं, उन्हें सही दिशा में लाना है। उन्होंने कहा कि वीर शंभूधन फुंगलो को स्वाधीनता सेनानी घोषित किया गया, जया थाउसेन को भी घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि जीवन में कुछ करके जाना है। विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जैसे अनुशासित बनना है। उनके वजह से हमारे यहां आज स्थानीय हिंदी शिक्षक मिल रहे हैं, पहले नहीं मिलते थे। उन्होंने कहा कि आज विश्व हिंदू परिषद और विद्या भारती में पढ़कर लोग तैयार हो रहे हैं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रचारक राम सिंह जी, दानदाता अशोक जी, कन्हाई दास, मिस्त्री दिलीप घोष, पेंटर दमन शर्मा आदि को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। अमृत वचन और एकल गीत के पश्चात विशेष अतिथि डॉक्टर सुरेंद्र जैन का बौद्धिक हुआ। बौद्धिक के पश्चात परंपरागत दिमासा सामूहिक गीत और नृत्य का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य विशिष्ट व्यक्तियों में परिषद के प्रांत संगठन मंत्री दिलीप देव, प्रांत सेवा प्रमुख रतीश दास, विभाग संगठन मंत्री विक्रम जी, संघ के विभाग प्रचारक रविंद्र दास, वरिष्ठ कार्यकर्ता सोमेंद्र लांगमेलेई, आर्य समाज के पूर्वोत्तर के प्रमुख संतोष शास्त्री, हरेराम जी, शिलचर से पत्रकार दिलीप कुमार आदि उपस्थित थे।

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