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15जिले के 43 विधान सभा क्षेत्र में 20एससी, 6एसटी,17 सामान्य सीटों पर हुआ मतदान
अनिल मिश्र /रांची, 13 नवंबर: झारखंड में 43 विधानसभा सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।शहरी से अधिक ग्रामीण इलाकों में मतदान होने की सूचना प्राप्त हुई है।झारखंड के 15 जिलों की 43 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है।शाम पांच बजे तक मतदाता मतदान कर किया ।1.37 करोड़ मतदाता 73 महिला और एक किन्नर समेत 683 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज ईवीएम में कैद होकर रह गया। 43विधानसभा क्षेत्र में से 25सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल का कब्जा था।आज कोल्हान में भी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।इस क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और सरयू राय का दबदबा कायम रहा है। पिछले चुनाव में इस कोल्हान क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी को एक भी विधायक झारखंड विधानसभा में नहीं पहुंचे थे।
दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को है।23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।
झारखंड में 43 विधानसभा सीटों पर शाम पांच बजे शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। कई मतदान केंद्रों पर शाम पांच बजे के पहले पहुंचने वाले मतदाताओं को वोट करने की अनुमति दी गई। इस बार भी शहरी क्षेत्रों की जगह ग्रामीण क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत अधिक रहा।
झारखंड चुनाव में वोट देने
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी रांची में अपने वोट का इस्तेमाल किया । रांची के जेवीएम श्यामली में अपने वोट डालने पहुंचे महेंद्र सिंह धोनी को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में फैंस पहले से ही मौजूद थे जिसकी वजह से हंगामे जैसी स्थिति हो गई। धोनी के पहुंचते ही उनके फैंस चिल्लाने लगे। माही के साथ उनकी पत्नी साक्षी धोनी ने भी वोट डाला ।
झारखंड में शाम पांच बजे तक करीब 65 प्रतिशत मतदाताओं की ओर से अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया है।
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन में सीधी टक्कर है।ये चुनाव तय करेगा कि झारखंड में हेमंत सोरेन फिर सत्ता में आएंगे या फिर बीजेपी अपना परचम लहराएगी। झारखंड में पहले फेज में आखिर किसका क्रेज है। इसका इशारा वोट प्रतिशत से मिल जाएगा।शाम पांच बजे तक झारखंड में 64.9 प्रतिशत वोटिंग हुई है।
अगर हम 2019 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो राज्य में 63.9 पर्सेंट वोटिंग हुई थी।इस लिहाज से देखें तो झारखंड में वोटिंग पर्सेंट पिछले विधानसभा चुनाव से ऊपर जा सकता है। आखिर झारखंड में हो रही बंपर वोटिंग किसके लिए गुड न्यूज है? अगर चुनावी विश्लेषकों की बात करें तो ज्यादा वोट प्रतिशत सत्ता पक्ष के खिलाफ लहर के तौर पर देखा जाता है।हालांकि कई मौकों पर ऐसा भी हुआ है कि ज्यादा वोट प्रतिशत के बाद भी सरकारों ने सत्ता में वापसी की है।