प्रे.स. शिलचर, 16 नवंबर: शनिवार, 16 नवंबर को राज्य के अन्य हिस्सों के साथ काछार जिले में “राष्ट्रीय प्रेस दिवस” मनाया गया, जिसका विषय “मीडिया का बदलता चेहरा” था।
काछार जिला प्रशासन की देखरेख में क्षेत्रीय सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय बराक घाटी क्षेत्र शिलचर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में काछार के उपायुक्त मृदुल यादव ने अपने भाषण में लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने में समाचार पत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस लोकतंत्र की रीढ़ है। तेजी से तकनीकी प्रगति के युग में, पत्रकारिता को ईमानदारी और सच्चाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखते हुए अनुकूलन करना चाहिए।
इससे पहले स्वागत भाषण में, सूचना और जनसंपर्क अधिकारी और सहायक आयुक्त बह्निखा चेतिया ने दिन के महत्व पर जोर दिया और कहा, “राष्ट्रीय प्रेस दिवस” समाचार के बदलते स्वरूप के साथ समाज को सशक्त बनाने और लोकतंत्र के पोषण में मीडिया की भूमिका बहुत बड़ी है मीडिया इस समय विभिन्न तरीकों से समाचार भेजने की चुनौती का सामना कर रहा है।
इस बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में असम विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर प्रो. अल्फ़ारिद हुसैन ने समाचार मीडिया में हुए परिवर्तनों का व्यापक विश्लेषण किया और भाषण प्रस्तुत किया।
उन्होंने डिजिटल उन्नति के प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता का क्षेत्र प्रौद्योगिकी से प्रेरित है, हालांकि डिजिटल प्लेटफॉर्म ने सूचनाओं का लोकतांत्रिकरण किया है, लेकिन कुछ मामलों में इसने गलत सूचनाओं/समाचारों को भी बढ़ावा दिया है। उन्होंने बताया कि सूचना की इस बाढ़ में विश्वसनीयता बनाए रखना चुनौती है। उन्होंने सामाजिक, राजनीतिक और समग्र क्षेत्रों में सुधार का आह्वान किया। जिसमें डिजिटल उन्नति के युग में समाचार की अखंडता और भक्ति बदल गई है। इसमें प्रमुख पत्रकार राहुल देव, मदन सिंघल, हारान डे, संजीव सिंह समेत अन्य ने अपनी बातें रखीं.
डीसी यादव ने पत्रकारों को विभिन्न विपरीत परिस्थितियों में उनके योगदान के लिए उपहार देकर सम्मानित किया और लोकतांत्रिक समाज के निर्माण में मीडिया की अहम भूमिका को दोहराया।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर जिला उपायुक्त मृदुल यादव ने मिडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता की परिवर्तित व्यवस्था के साथ पत्रकारों को कैसे काम किया जाए तथा इसमें कैसे बदलाव लाया जाए यह हम सबके लिए विचार विमर्श का विषय है इसके लिए सभी मिडिया को मिलजुल कर चिंतन करना चाहिए। सभी मिडिया को उपहार देते हुए राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं दी। अन्य प्रश्नोत्तर में कहा कि शिकायतों पर संज्ञान लिया जायेगा। सुचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बोनिखा चेतिया ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हालांकि मैंने अपने समय में जो भी संभव हुआ किया फिर भी मिडिया के सहयोग की सराहना की असम विश्व विद्यालय के सहायक अध्यापक मास कम्यनिनैकेसन विभाग के डा अफरिद हुसैन ने स्थानीय पत्रकारिता प्रांतीय राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर के बदलाव मिडिया की चुनौती मिडिया पर विदेशी एजेंसी एवं चैनलों के इको सिस्टम तथा सोसल मिडिया एवं आम जनता द्वारा विडियो बनाकर खबर प्रचारित करने पर विस्तृत जानकारी दी। वरिष्ठ पत्रकार हारन दे मदन सिंघल राहुल देब ने अपने आरंभिक पत्रकारिता जीवन से आज तक के सफर की दास्तान सुनाने के साथ साथ वर्तमान परस्थितियों में मिडिया की चुनौती एवं गिरते स्तर पर अपने विचार रखें।