मणिपुर. मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी. मैतई समुदाय ने उग्र प्रदर्शन किया और मंत्रियों-विधायकों के घरों को घेर लिया. इस दौरान भीड़ ने विधायकों के घरों में तोडफ़ोड़ और आगजनी की. अब लोग सीएम के घर तक मार्च निकालने के लिए अड़े हुए हैं. इस पर सरकार ने 5 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया और 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं. आइए जानते हैं कि इंफाल में फिर क्यों भड़की हिंसा?
मणिपुर में शुक्रवार को तीन शव बरामद हुए, जिसमें एक महिला और दो बच्चे शामिल थे. इसके बाद राजधानी इंफाल में मैतई समुदाय का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जोकि आज उग्र रूप ले लिया. प्रदर्शनकारी विधायक और मंत्रियों के घर में घुस गए और जमकर उत्पात मचाया. स्थानीय पुलिस काफी मशक्कत के बाद भीड़ को बाहर निकाल पाई.
मंत्री-विधायकों के घरों में तोडफ़ोड़
भीड़ ने मंत्रियों और विधायकों के घरों में जमकर तोडफ़ोड़ की और फिर आग लगा दी. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने टॉयर जलाकर सड़क जाम कर दी. भड़की हिंसा को देखते हुए पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और सात जिले इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी, चुराचांदपुर में आज शाम से लेकर अगले दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं.
महिलाओं ने हिंसा के खिलाफ दिया धरना
इस बीच मैतेई समुदाय ने अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की घोषणा की. ये हड़ताल वेस्ट इंफाल जिले के इमा कीथल बाजार में होगी. वहीं, मणिपुर के लमलाई गांव और चालौ गांव की महिलाओं ने 6 व्यक्तियों के अपहरण और 3 के शव मिलने के बाद राज्य में हिंसा और तनाव के खिलाफ इंफाल पूर्व में धरना दिया.